गाजीपुर
गर्मी में क्यों बढ़ जाते हैं पथरी के मामले? डॉ. रामजी ने बताये बचाव के आसान उपाय

सैदपुर (गाजीपुर)। जैसे ही तापमान चढ़ता है, पथरी के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ने लगती है। अस्पतालों में पेट में असहनीय दर्द की शिकायत लेकर पहुंचने वालों की भीड़ गर्मियों में आम हो जाती है। डॉ. रामजी सिंह बताते हैं कि यह दर्द अक्सर तब शुरू होता है जब पथरी मूत्रनली (यूरिटर) में फंस जाती है।
यूरिटर वह पतली नली होती है जो गुर्दों को मूत्राशय से जोड़ती है। जब पथरी इस नली में रुकावट पैदा करती है, तो गुर्दे पर दबाव बढ़ जाता है और मरीज तीव्र पीड़ा का अनुभव करता है। हालांकि, अच्छी खबर यह है कि 5 से 6 मिमी तक की पथरी कई बार केवल दवाओं से भी बाहर आ सकती है, बशर्ते इलाज समय पर शुरू किया जाए।
गर्मी के मौसम में पथरी से बचने के लिए डॉक्टरों की सलाह है कि शरीर में पानी की कमी बिल्कुल न होने दें। खानपान में नमक और तैलीय मसालों का उपयोग सीमित करें। खाली पेट धूप में निकलने से बचें और पेशाब रोकने की आदत बिल्कुल न डालें।
विशेषज्ञों के अनुसार, थोड़ी सी सावधानी और समय पर इलाज से पथरी की समस्या को रोका जा सकता है और गर्मी में राहत पाई जा सकती है।