आजमगढ़
लालगंज में फर्जी अस्पतालों पर प्रशासन की नजर, जल्द होगी सख्त कार्रवाई

आजमगढ़। लालगंज क्षेत्र में फर्जी अस्पतालों की भरमार है, जहां आए दिन कोई न कोई हादसा सामने आता है। झोलाछाप डॉक्टर भोली-भाली जनता की जान से खिलवाड़ कर खुलेआम अपने क्लिनिक चला रहे हैं। कई बार इन अस्पतालों की शिकायत उच्च अधिकारियों तक पहुंची है, फिर भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे को लगातार उठाया जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कुछ भ्रष्ट अधिकारियों की मिलीभगत के कारण ही एक दलित परिवार की जच्चा-बच्चा की जान चली गई।
अगर सीएमओ समय रहते कार्रवाई कर झोलाछाप डॉक्टरों को बंद करवा देते, तो शायद किसी गरीब की जान बचाई जा सकती थी।लोगों में यह चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिर किसके संरक्षण में ये फर्जी अस्पताल लगातार चल रहे हैं। हाल ही में हुए एक प्रसव के दौरान मां और नवजात की मौत के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया है।
मुख्यमंत्री ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। अब उम्मीद की जा रही है कि लालगंज में चल रहे इन फर्जी अस्पतालों पर बुलडोजर चलेगा और दोषियों को सजा मिलेगी।
सवाल ये भी उठता है कि आखिर जब बार-बार शिकायतें मिल रही थीं, तब तक सीएमओ क्यों चुप बैठे थे? कौन है इन मौतों का जिम्मेदार और कब होगी उन अधिकारियों पर कार्रवाई जिनकी नाक के नीचे ये सब चलता रहा?
मामले को गंभीरता से लेते हुए अपर पुलिस अधीक्षक ने भी स्थिति का जायजा लिया है, वहीं सीएमओ ने अस्पताल को सील करवाने के बाद अपनी प्रतिक्रिया दी है।