मऊ
सीडीओ का औचक निरीक्षण, कई डॉक्टर मिले नदारद

मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत नागर ने सुबह 10:22 बजे जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई डॉक्टर अनुपस्थित पाए गए, जिनमें डॉ. मुस्तफा अंसारी (यूनानी), डॉ. जी. कुमार (होम्योपैथी), डॉ. मुकुल मौर्य (ओपीडी चिकित्साधिकारी), डॉ. पी.एन. चतुर्वेदी (वरिष्ठ हृदय रोग परामर्शदाता) और डॉ. मोहम्मद आमिर (जनरल फिजिशियन) शामिल हैं।
इस स्थिति पर नाराजगी जताते हुए मुख्य विकास अधिकारी ने सभी अनुपस्थित डॉक्टरों को दो दिन के भीतर स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया।निरीक्षण के दौरान उन्होंने आयुष विभाग में दवाओं की स्थिति की जानकारी ली, जिसमें पता चला कि पिछले एक वर्ष से दवाओं के लिए कोई बजट आवंटन नहीं हुआ है, जिससे स्टोर में दवाएं उपलब्ध नहीं हैं। इस पर उन्होंने सीएमएस को निर्देशित किया कि शासन स्तर पर पत्राचार कर जल्द से जल्द बजट आवंटन सुनिश्चित कर दवाएं उपलब्ध कराएं।
मुख्य विकास अधिकारी ने डॉक्टरों की उपस्थिति के लिए बायोमेट्रिक प्रणाली की जानकारी ली, लेकिन सीएमएस इस संबंध में पूरी जानकारी नहीं दे सके। उन्होंने बताया कि कंप्यूटर ऑपरेटर के अवकाश पर होने के कारण कठिनाई आ रही है। इस पर सीडीओ ने एक माह की बायोमेट्रिक उपस्थिति रिपोर्ट तैयार कर प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
निरीक्षण के दौरान ओपीडी में डॉक्टरों की अनुपस्थिति पर उन्होंने गहरी नाराजगी जताई और स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी अनुपस्थित डॉक्टर दो दिन के भीतर अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें।
साथ ही उन्होंने अस्पताल परिसर और ओपीडी के विभिन्न विभागों का निरीक्षण किया और भर्ती मरीजों से भी बातचीत की। मरीजों को शासन से अनुमन्य सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश भी सीएमएस को दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि स्वास्थ्य सेवाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।