गाजीपुर
सड़क निर्माण में घोटाला, जांच में गड़बड़ी उजागर
गाजीपुर। विकासखंड सादात के कबीरपुर ग्राम सभा में सड़क निर्माण में भारी अनियमितताओं का मामला सामने आया है। ग्राम प्रधान नीरा जयसवाल के खिलाफ गांव के निवासी वीरेंद्र चौहान ने गाजीपुर जिलाधिकारी को शपथपत्र के साथ शिकायत दी थी, जिसके बाद जिलापूर्ति अधिकारी को जांच अधिकारी नामित किया गया। जांच समिति में अवर अभियंता जितेंद्र प्रसाद भी शामिल थे।
जांच की तिथि 7 मार्च 2025 सुबह 11:00 बजे निर्धारित थी। जांच की भनक लगते ही 6 मार्च की रात ग्राम प्रधान के प्रतिनिधि ने कुछ जगहों पर सड़क को खोदवाकर गिट्टी डलवा दी, ताकि गड़बड़ी छुपाई जा सके। जांच के दौरान जब उन स्थानों को चिन्हित किया गया, तो ग्रामीणों ने इसका कड़ा विरोध किया।
इस बीच, जब संवाददाता ने अवर अभियंता जितेंद्र प्रसाद से संपर्क कर निष्पक्ष जांच की अपील की, तो पता चला कि जहां खुदाई की गई थी, वहां गिट्टी का कोई अता-पता नहीं था। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि के भाई और कबीरपुर उच्च प्राथमिक विद्यालय में नियुक्त अध्यापक विनोद जायसवाल, अपनी सरकारी ड्यूटी छोड़कर ग्रामीणों से बहस करने आ गए। शिकायतकर्ता के पास इसके साक्ष्य मौजूद हैं।
गांव के ही संजय कुमार के साथ प्रधान प्रतिनिधि श्याम सुंदर जायसवाल और विनोद जायसवाल ने धक्का-मुक्की कर जांच को प्रभावित करने की कोशिश की। इसकी सूचना 1076 हेल्पलाइन पर दी गई। बीजेपी के बूथ अध्यक्ष दीनदयाल चौहान (63 वर्ष) ने आरोप लगाया कि श्याम सुंदर जायसवाल ने उनके कॉलर पकड़कर गाली-गलौज और अपमानजनक व्यवहार किया।
ग्राम प्रधान के खिलाफ पहले भी कई शिकायतें दर्ज कराई जा चुकी हैं, लेकिन अब तक किसी पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। आरोप है कि ग्राम सचिव की मिलीभगत से सड़क निर्माण का पूरा भुगतान पहले ही कर लिया गया है और सरकारी धन की जमकर बंदरबांट की गई। ग्रामीण अब निष्पक्ष जांच और कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।