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गांव की चिट्ठी

वाराणसी : महाविद्यालयों के छात्रसंघ स्थगित होने से छात्राें में रोष, आंदोलन की रणनीति में जुटे छात्रनेता

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वाराणसी : छात्रसंघ चुनाव के लिए यूपी कालेज व हरिश्चंद्र पीजी कालेज में चुनाव अधिकारी की नियुक्ति भी की जा चुकी है। काशी विद्यापीठ में छात्रसंघ चुनाव स्थगित होने से छात्राें में जबर्दस्त रोष है। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय, यूपी कालेज, हरिश्चंद्र पीजी कालेज सहित जनपद के अन्य महाविद्यालयों में भी छात्रसंघ चुनाव पर ग्रहण लगने की संभावना है। वहीं संस्कृत विश्वविद्यालय के छात्र चुनाव अधिकारी की नियुक्ति के लिए कुलपति पर दबाव बनाए हुए थे। विद्यापीठ का चुनाव स्थगित हाेने से विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों के छात्रनेताओं का जोश ठंडा हो गया है। हालांकि, छात्रनेता आंदोलन की रणनीति बनाने में जुट गए हैं. तमाम छात्रनेता अब तक प्रचार में लाखों रुपये खर्च कर चुके हैं। विद्यापीठ में छात्रसंघ चुनाव के नामांकन कई छात्रनेताओं का पचास से एक लाख रूपये खर्च होने का दावा किया जा रहा है।

हालांकि लिंगदोह समिति की संस्तुतियों में छात्रसंघ चुनाव में अधिकतम पांच हजार रुपये खर्च करने की सीमा है। इसे देखते हुए छात्रनेता चुनावी खर्चों को खुलकर बताने को तैयार नहीं है लेकिन विद्यापीठ के कई प्रत्याशियों ने अब तक एक से दो लाख खर्च होने की संभावना जता रहे हैं। प्रत्याशियों का कहना है कि जब विद्यापीठ में छात्रसंघ चुनाव नहीं करना था तो नामांकन क्यों कराया। छात्राें ने चुनाव न होने पर व्यापक आंदोलन की चेतावनी दी है। आंदोलन की रूपरेखा तय करने के लिए छात्रनेताओं ने मंगलवार की शाम भारत माता मंदिर परिसर में एक बैठक भी बुलाई है। बहरहाल छात्रनेताओं के उबाल से परिसर में तनाव बना हुआ है।

इसे देखते हुए विद्यापीठ प्रशासन ने 24 दिसंबर तक विश्वविद्यालय बंद कर दिया है। वहीं पूरे घटनाक्रम में पुलिस प्रशासन की भी कड़ी नजर है। विद्यापीठ के प्राक्टोरियल बोर्ड ने भी मंगलवार को एक बैठक बुलाई गई है। इसमें छात्र आंदोलनों ने निपटने के रणनीति पर विचार किया जाएगा।

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