शिक्षा

राष्ट्रीय शिक्षा नीति के पाँच वर्ष: हंडिया पीजी कॉलेज में संगोष्ठी
प्रयागराज, 27 अगस्त 2025। हंडिया पीजी कॉलेज, हंडिया, प्रयागराज में मंगलवार को “राष्ट्रीय शिक्षा नीति के पांच वर्ष: एक मूल्यांकन” विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर शिक्षाविदों और विशेषज्ञों ने NEP 2020 की उपलब्धियों और चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा की।
प्राचार्य का उद्बोधन
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. डॉ. विवेक पाण्डेय ने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि बीते पाँच वर्षों में भारतीय शिक्षा व्यवस्था में बड़े बदलाव हुए हैं। उन्होंने शिक्षा नीति के व्यावहारिक क्रियान्वयन और भविष्य की दिशा पर जोर दिया।
विशेषज्ञों की राय
डॉ. अजय सिंह ने डिजिटल शिक्षा और तकनीकी प्रगति पर चर्चा करते हुए कहा कि नई नीति ने पारंपरिक शिक्षा प्रणाली को आधुनिक स्वरूप दिया है।
डॉ. सुरेन्द्र सिंह ने बहुभाषी शिक्षा व स्थानीय भाषाओं के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि मातृभाषा में शिक्षा से छात्रों की समझ और रचनात्मकता बढ़ती है।
IQAC समन्वयक डॉ. शैलेन्द्र कुमार यादव ने गुणवत्ता आश्वासन और शिक्षा के मानकीकरण पर जोर दिया।
डॉ. रवीन्द्र कुमार सिंह ने अनुसंधान व नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा देने में शिक्षा नीति की भूमिका पर प्रकाश डाला।
डॉ. शिवम् वर्मा ने कौशल विकास और रोजगार सृजन में शिक्षा नीति की उपयोगिता बताई और कहा कि इससे छात्रों के लिए नए करियर विकल्प खुले हैं।
कार्यक्रम का संचालन और समापन
कार्यक्रम का संचालन डॉ. सोमेश नारायण सिंह ने किया और अंत में डॉ. रतंजय कुमार सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि यह संगोष्ठी नीति की समीक्षा और भविष्य की योजना बनाने में सहायक होगी।