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हेलिकॉप्टर से घने जंगल में उतरे सैकड़ो कमांडो, 12 माओवादी ढेर

महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम ने की पुलिस टीम को 51 लाख रुपये पुरस्कार देने की घोषणा
रिपोर्ट – धर्मेंद्र सिंह धर्मा, ब्यूरो चीफ मुंबई
नागपुर। महाराष्ट्र में गढ़चिरौली पुलिस ने एक बड़े अभियान में छत्तीसगढ़ सीमा पर जंगल में मुठभेड़ में कम से कम 12 माओवादियों को मार गिराया है। पुलिस ने सात स्वचालित हथियार भी बरामद किए हैं, जिनमें तीन एके-47, दो इंसास राइफल, एक कार्बाइन और एक एसएलआर शामिल हैं। मारे गए माओवादियों में खतरनाक और वांछित डीवीसीएम लक्ष्मण आत्राम उर्फ विशाल आत्राम शामिल है, जो टिपागड दलम का प्रभारी था।
पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल ने बताया कि मुठभेड़ बुधवार दोपहर छत्तीसगढ़ सीमा के पास वंडोली गांव में हुई और छह घंटे से अधिक चली। पुलिस को विश्वसनीय खुफिया जानकारी मिली थी कि करीब 12-15 माओवादी गांव के पास डेरा डाले हुए हैं। सुबह करीब 10 बजे क्रैक सी-60 कमांडो की सात टीमें वहां पहुंचीं। इसके तुरंत बाद भारी गोलीबारी शुरू हो गई। शाम तक पखांजूर के जंगलों में रुक-रुककर गोलीबारी होती रही। मुठभेड़ के बाद इलाके की तलाशी में सुरक्षाबलों ने 12 माओवादियों के शव बरामद किए हैं। हालांकि, और लोगों के मारे जाने की संभावना से इनकार नहीं किया गया है।

उन्होंने बताया कि, इस अभियान में 200 पुलिस कमांडो को छत्तीसगढ़ की सीमा के पास घने वंडोली जंगलों में भारी बारिश के बीच हवाई मार्ग से उतारा गया। इस दौरान सुरक्षा बलों ने 2,000 से अधिक राउंड फायर किए। यह माओवादी विद्रोहियों के खिलाफ हाल के दशकों में सबसे भीषण मुठभेड़ों में से एक है। यह अभियान उत्तरी गढ़चिरौली में पीएलजीए के लिए एक बड़ा झटका था। मृतकों में एक महिला माओवादी और चटगांव कमेटी की सदस्य सरिता पारसा भी शामिल हैं।
नीलोत्पल ने बताया कि महाराष्ट्र के गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस सफलता के लिए सी60 कमांडो टीम और गढ़चिरौली पुलिस को 51 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। मारे गए नक्सलियों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है। घायलों में सी 60 का एक उप निरीक्षक और एक जवान शामिल है। वे खतरे से बाहर हैं, उन्हें घटनास्थल से निकाल कर नागपुर भेज दिया गया है।