गाजीपुर
हिंदू स्नातकोत्तर महाविद्यालय के शोधार्थी अतुल की मौखिकी सम्पन्न, मिलेगी डॉक्टरेट की उपाधि

जमानियां (गाजीपुर)। स्थानीय स्टेशन बाज़ार स्थित हिंदू स्नातकोत्तर महाविद्यालय, गाज़ीपुर के रसायन विज्ञान विभाग के शोधार्थी अतुल कुमार ने अपनी मेहनत और लगन से एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। उनके शोध कार्य “Extraction of Phytochemicals from Medicinal Plants and Comparative Study of Biological Activities in Extracts from Different Solvents” पर आधारित मौखिकी (वाइवा) वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर में विश्वविद्यालय के नियमानुसार सफलतापूर्वक संपन्न हुई। इस उपलब्धि के साथ अतुल कुमार को जल्द ही डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया जाएगा, जो विश्वविद्यालय के आगामी दीक्षांत समारोह में प्रदान की जाएगी।
मौखिकी परीक्षा में बाह्य परीक्षक के रूप में उदय प्रताप स्वायत्तशासी महाविद्यालय, वाराणसी के प्रो. राघवेंद्र सिंह रघुवंशी उपस्थित रहे। इसके साथ ही अनंत कुमार सोनी विश्वविद्यालय, सतना के डॉ. शैलेंद्र कुमार और प्रो. चित्रसेन गुप्ता, कुटीर पी.जी. कॉलेज, जौनपुर ने भी शोध प्रबंध की समीक्षा की। सभी विद्वानों ने अतुल कुमार के शोध कार्य की गुणवत्ता और प्रस्तुति पर संतुष्टि व्यक्त करते हुए उन्हें डॉक्टरेट की उपाधि के लिए अपनी संस्तुति प्रदान की।
हिंदू स्नातकोत्तर महाविद्यालय के रसायन विभागाध्यक्ष और शोध निर्देशक प्रो. अरुण कुमार के मार्गदर्शन में शोधरत शोधार्थियों में अतुल कुमार पहले शोधार्थी हैं, जिन्होंने अपना शोध प्रबंध जमा किया और मौखिकी पूर्ण की। प्रो. अरुण कुमार ने अतुल की इस उपलब्धि पर प्रसन्नता जताते हुए उनके समर्पण, कार्यशैली और अनुशासित आचरण की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, “अतुल ने अपने शोध कार्य में गहन अध्ययन और मेहनत का परिचय दिया है। उनकी यह उपलब्धि न केवल उनके लिए, बल्कि हमारे विभाग और महाविद्यालय के लिए भी गर्व का विषय है।” प्रो. अरुण ने अतुल के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें बधाई दी।
अतुल कुमार ने अपना शोध कार्य चार वर्ष और सात माह की अवधि में पूर्ण किया। इस दौरान उन्होंने औषधीय पौधों से फाइटोकेमिकल्स के निष्कर्षण और विभिन्न सॉल्वेंट्स से प्राप्त अर्क की जैविक गतिविधियों का तुलनात्मक अध्ययन पर गहन शोध किया। उनके इस कार्य को विद्वानों ने नवाचार और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना है। मौखिकी के दौरान उपस्थित सभी विद्वानों ने अतुल को उनकी इस उपलब्धि के लिए बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दीं।