शिक्षा
हण्डिया पीजी कॉलेज और एनआईसी में नौकायन टीम का भव्य स्वागत
प्रयागराज। कानपुर से कोलकाता तक 1200 किलोमीटर की नौकायन यात्रा के माध्यम से भारतीय नदियों और सभ्यताओं के संरक्षण का संदेश जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से एनसीसी महानिदेशालय की पहल पर नौकायन का आयोजन किया गया है। यह यात्रा यमुना, गंगा और हुगली नदियों के रास्ते उत्तर प्रदेश, बिहार और बंगाल से होकर गुजरेगी, जिसमें छह चरण शामिल हैं। द्वितीय चरण की शुरुआत बुधवार सुबह 9 बजे प्रयागराज के सरस्वती घाट से मेजर जनरल चीमा द्वारा हरी झंडी दिखाकर की गई।
इस यात्रा के तहत लगभग 10 अधिकारियों और 90 कैडेट्स ने दोपहर 1 बजे गोकुल धाम, दुमदुमा पहुंचकर भोजन किया। इसके बाद वे टेला घाट गए और फिर सड़क मार्ग से हण्डिया पीजी कॉलेज पहुंचे। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ.) अजय सिंह, लेफ्टिनेंट (डॉ.) शिवम वर्मा, चीफ प्राक्टर डॉ. रत्नजय सिंह, मेजर राजेश तिवारी (एनआईसी), ट्रूप कमांडर अरविंद कुमार सिंह, सीनियर अंडर अफसर पूजा मौर्य और अरविंद सिंह के नेतृत्व में कैडेट्स ने बैण्ड के साथ नौकायन टीम का गर्मजोशी से स्वागत किया।
डॉ. देवराज सिंह ऑडिटोरियम में दीप प्रज्वलन और मुख्य अतिथि कमोडोर बीआर सिंह तथा अन्य अधिकारियों को पुष्पगुच्छ अर्पित कर भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसने उपस्थित सभी लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। स्वागत गीत एनआईसी की कैडेट्स ने प्रस्तुत किया। जबकि भारतीय संस्कृति से जुड़े सामूहिक नृत्य का निर्देशन डॉ. लिपिक बोस ने किया। योग से संबंधित कार्यक्रम का प्रदर्शन रक्षा सिंह, खुशी सिंह और उनकी टीम ने किया।
अपने संबोधन में विशेष नौकायन अभियान दल के कैप्टन वैभव त्रिपाठी ने भारतीय नदियों के संरक्षण की जिम्मेदारी पर जोर दिया। 15 यूपी बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल पीएस महोपात्रा ने इस कार्यक्रम को युवाओं को सेवा में प्रेरित करने वाला बताया। वहीं नोडल ऑफिसर पंजाब के कमांडर अजय शर्मा ने सांस्कृतिक प्रस्तुति की प्रशंसा की। इस अवसर पर लेफ्टिनेंट कमांडर अनिल मन्हास, नोडल ऑफिसर राजस्थान कमांडर शकील अहमद, 1 यूपी नेवल यूनिट प्रयागराज के कैप्टन रवि मिश्रा और अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के बाद सभी ने हण्डिया पीजी कॉलेज में रात्रि भोज का आनंद लिया और विश्राम किया।