वाराणसी
स्वास्थ्य का अधिकार कानून की मांग को लेकर निकाली गयी जागरूकता रैली

मिर्जामुराद (वाराणसी)। देश में स्वास्थ्य का अधिकार कानून लागू किए जाने की मांग को लेकर मनरेगा मजदूर यूनियन और समता किशोरी युवा मंच के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को गौर और कनकपुर गांवों में एक जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। रैली में बड़ी संख्या में मजदूरों, महिलाओं और किशोरियों ने भाग लिया और नारेबाजी के साथ सरकार से स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की मांग की।
प्रमुख मांगें:
देश में स्वास्थ्य का अधिकार कानून तत्काल प्रभाव से बनाया जाए।
केंद्र और राज्य सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र का बजट बढ़ाएं।
सभी मजदूरों और प्रवासी कामगारों को स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध कराया जाए।
सभी प्रकार की चिकित्सकीय जांचें पूर्णतः निःशुल्क की जाएं।
स्वास्थ्य सेवाओं के निजीकरण पर तत्काल रोक लगाई जाए।
रैली में शामिल लोगों ने पोस्टर और बैनर के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाल स्थिति पर चिंता व्यक्त की और सरकार से आमजन को सुलभ व सस्ती स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की।
सभा को संबोधित करते हुए मनरेगा मजदूर यूनियन की नेता रेनू पटेल ने कहा कि “देश के करोड़ों गरीबों और मजदूरों के लिए स्वास्थ्य सेवाएं पहुंच से बाहर हो गई हैं। आज किसी भी तरह की जांच कराना आम आदमी के लिए भारी खर्च का कारण बन गया है, जिससे कई बार बीमारी की सही पहचान तक नहीं हो पाती। यदि सरकार सच में स्वास्थ्य के प्रति संवेदनशील है तो हर नागरिक के लिए निःशुल्क इलाज और जांच की गारंटी सुनिश्चित करे।”
संगठन की सदस्य सरोजा ने बताया कि “हम लोग अंबेडकर जयंती तक लगातार गांव-गांव जाकर जागरूकता रैली निकालेंगे और इस मुद्दे पर जनमत तैयार करेंगे। अंत में मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर स्वास्थ्य कानून लागू करने की मांग की जाएगी।”
सरोजा, सपना, कविता, ज्योति, प्रियंका, पूजा सहित सैकड़ों महिलाएं और किशोरियाँ शामिल रहीं। सभी ने एक स्वर में मांग की कि गरीब और मेहनतकश जनता के लिए स्वास्थ्य सेवा को एक मूलभूत अधिकार के रूप में लागू किया जाए।