मिर्ज़ापुर
स्ट्रीट फूड विक्रेताओं के लिए अनुप्रिया पटेल ने किया प्रशिक्षण और जागरूकता कार्यक्रम का शुभारंभ

मिर्जापुर। स्ट्रीट फूड केवल भोजन नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति की पहचान है। यह वह धरोहर है जो समाज को जोड़ती है और भारत के विविधता भरे स्वादों को प्रस्तुत करती है। इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और रसायन व उर्वरक मंत्रालय भारत सरकार, अनुप्रिया पटेल ने मिर्जापुर के जीआईसी महुवरिया परिसर में स्ट्रीट फूड विक्रेताओं के लिए आयोजित प्रशिक्षण एवं जागरूकता कार्यक्रम का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया।
इस कार्यक्रम में जनपद भर से आए स्ट्रीट फूड विक्रेताओं को संबोधित करते हुए मा. मंत्री ने कहा कि स्ट्रीट फूड देश के फूड इकोसिस्टम की महत्वपूर्ण धारा है। यह हमारी सांस्कृतिक विविधता को दर्शाता है और हमारे शहरों की आत्मा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की पाक विरासत जितनी समृद्ध है, उतना ही यहां का स्ट्रीट फूड भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है। काशी की कुल्हड़ चाय, कानपुर के लड्डू, मथुरा के पेड़े, प्रयागराज के समोसे और लखनऊ की चटोरी गली इसका जीता-जागता उदाहरण हैं।
कार्यक्रम में अनुप्रिया पटेल ने स्ट्रीट फूड विक्रेताओं की आर्थिक भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि यह क्षेत्र न केवल लाखों लोगों को आजीविका देता है, बल्कि पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है। उन्होंने कहा कि अब आवश्यकता है कि इन विक्रेताओं को उचित प्रशिक्षण, खाद्य सुरक्षा मानकों की जानकारी और बेहतर संसाधन उपलब्ध कराए जाएं।
केंद्रीय मंत्री ने यह भी बताया कि भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) द्वारा संचालित फूड सेफ्टी ट्रेनिंग एंड सर्टिफिकेशन (FoSTaC) कार्यक्रम इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह कार्यक्रम विक्रेताओं को स्वच्छता, खाद्य सुरक्षा और अच्छे व्यवहारों के बारे में शिक्षित करता है।
उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में 8.30 लाख से अधिक फूड बिजनेस की निगरानी के लिए केवल 590 खाद्य सुरक्षा अधिकारी हैं, इसलिए हमें इस क्षेत्र में मानव संसाधन बढ़ाने और बुनियादी ढांचे को सशक्त करने की दिशा में कार्य करना चाहिए।
कार्यक्रम के अंत में मोबाइल फूड टेस्टिंग वैन का भी निरीक्षण किया गया और उसे हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस अवसर पर उपस्थित जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को स्मृति चिन्ह और पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया गया। वहीं, विक्रेताओं को स्वच्छता किट और टोपी का वितरण कर स्वच्छ व्यापार के लिए प्रोत्साहित किया गया।