वाराणसी
सोशल मीडिया पर कतिपय व्यक्ति ने भ्रामक प्रचार से श्रद्धालुओं को किया परेशान, ‘श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास’ ने दी सफाई
वाराणसी। धार्मिक एवं सांस्कृतिक नागरिक काशी में कुछ कतिपय लोगों ने सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफार्म पर यह भ्रामक खबर फैला दी कि अब काशी विश्वनाथ मंदिर में निःशुल्क दर्शन की सुविधा उपलब्ध नहीं है। मामले को बढ़ता देख लोगों की शंकाओं का समाधान करने के लिए ‘श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास’ ने इस मामले में स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि, ‘श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास’ द्वारा पुनः यह स्पष्ट किया जाता है कि श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में प्रवेश एवं दर्शन की व्यवस्था पूर्णतः निःशुल्क है।
इस व्यवस्था में कतिपय व्यक्तियों द्वारा पूर्व में मंदिर प्रशासन से अतिरिक्त सहयोग हेतु विभिन्न माध्यमों से अनुरोध किया जाता था। कई प्रकरणों में लोगों को समय की कमी के कारण वास्तविक समस्या भी होती थी और उन्हें लाइन लगे बिना जल्दी दर्शन करने होते थे। ऐसी स्थितियों में वर्षों पहले सुगम दर्शन की अतिरिक्त व्यवस्था प्रारंभ की गई थी। इस व्यवस्था में जिन व्यक्तियों के पास धाम में समय व्यतीत करने का पर्याप्त समय न हो अथवा अन्यथा कारण से समयाभाव की स्थिति हो उन्हें तीन सौ रुपये शुल्क सहित एक अलग पंक्ति से प्रवेश की व्यवस्था बनाई गई थी। ये शुल्क भी बहुत वर्षों से बढ़ाया नहीं गया है।
पिछले दो महीनों में व्यावहारिक प्रोटोकॉल के दृष्टिगत इस व्यवस्था में काफ़ी छूट भी दी गई है।नियमित दर्शन करने वाले स्थानीय निवासी सामान्यत: पंक्ति में लग कर प्रतिदिन निःशुल्क दर्शन करते हैं। कतिपय लोग यदि अलग से दर्शन करना चाहते हैं तो एक वार्षिक दैनिक दर्शनार्थी नियमित पास की व्यवस्था की गई है जो लगभग चार हज़ार लोगों ने ले रखी है। धाम में प्रतिदिन लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन होता है। इसके दृष्टिगत काशीवासियों के लिए अलग से एक प्रवेश व्यवस्था चिन्हित किए जाने के संबंध में न्यास द्वारा विचार किया जा रहा है तथा इसकी योजना हेतु कई विकल्प बनाये गये हैं।
इस तथ्य का गत माह मीडिया माध्यमों से सूचना का प्रसार भी किया गया था। आचार संहिता प्रवृत्त होने के कारण श्री काशी विश्वनाथ धाम की सुरक्षा हेतु गठित एडीजी सुरक्षा की उच्च स्तरीय समिति की बैठकें और निर्णय नहीं हो सका था। इसलिए इस व्यवस्था को निर्वाचन के बाद लागू करने की जानकारी दी गई थी। अब आचार संहिता समाप्ति के पश्चात उच्च स्तरीय समिति की बैठक शीघ्र करवा कर उससे अनुमोदन प्राप्त कर यह व्यवस्था शीघ्र ही लागू की जाएगी। इस बैठक में ट्रस्ट, पुलिस, पीएसी, सीआरपीएफ़ सभी के अधिकारी होते हैं और सामूहिक व्यावहारिक निर्णय लेते हैं।
वर्तमान में की गई व्यवस्था समस्त स्थितियों को ध्यान में रखकर प्रतिदिन आने वाली विशाल दर्शनार्थियों की संख्या के दृष्टिगत क्राउड मैनेजमेंट एवं आपदा विमोचन हेतु बनाई गई व्यवस्था है जो श्रद्धालुओं और परिसर की सुरक्षा हेतु लागू की गई है। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास और पुलिस इस व्यवस्था में सुधार के लिए लगातार प्रयासरत है। उच्च स्तरीय सुरक्षा समिति की अगली बैठक और स्थलीय भ्रमण में रास्तों के सभी चिन्हित विकल्पों पर और स्थानीय लोगों को चिन्हित करने के माध्यमों पर विस्तृत विचार विमर्श होगा और सभी फ़ोर्सेज़ का एक मत बना कर अंतिम प्रस्ताव पर स्वीकृति ले कर इसे लागू किया जाएगा। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास और स्थानीय पुलिस इसके लिए स्वयं प्रतिबद्ध हैं।