गाजीपुर
सेवराई में ब्लैकलिस्टेड सोसाइटी खरीदेगी धान
किसान नेता भानू प्रताप सिंह ने एसडीएम से की शिकायत, बदलाव की मांग
गाजीपुर। सेवराई में 1 नवंबर से धान खरीद शुरू होने वाली है। शासन ने इसके लिए विभिन्न सोसाइटियों का चयन किया है, लेकिन कुछ ब्लैकलिस्टेड सोसाइटियों को केंद्र बनाए जाने पर विवाद खड़ा हो गया है। भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के तहसील अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने एसडीएम से शिकायत कर इन सोसाइटियों के चयन पर आपत्ति जताई है।
किसान नेता भानु प्रताप सिंह ने एसडीएम संजय यादव से मुलाकात की और बताया कि धान खरीद के लिए चयनित कुछ समितियां पूर्व में ही ब्लैकलिस्ट की जा चुकी हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इन समितियों का चयन किसानों के शोषण का मार्ग प्रशस्त करेगा, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि जखनियां तहसील की खड़वाडीह सोसाइटी को कुछ माह पहले खाद की कालाबाजारी के आरोप में जिलाधिकारी ने ब्लैकलिस्ट किया था। संबंधित सचिव पर मुकदमा भी दर्ज किया गया था। इसके बावजूद, इस सोसाइटी को उसिया गांव में धान खरीद केंद्र खोलने के लिए चयनित किया गया है।
सिंह ने यह भी बताया कि कासिमाबाद तहसील की गंगौली समिति को सेवराई के रक्सहा और सदर तहसील की अंधऊ समिति को सेवराई के फरीदपुर गांव में केंद्र खोलने के लिए चुना गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि एक विशेष जनप्रतिनिधि के प्रभाव में ये चयन किए गए हैं और विभागीय अधिकारियों-कर्मचारियों की मिलीभगत से गंगा पार की समितियों को इस पार के क्षेत्रों में केंद्र आवंटित किए गए हैं।
भानु प्रताप सिंह ने अमौरा और मनिया गांवों में भी धान क्रय केंद्र खोलने की मांग की। उन्होंने कहा कि ये दोनों गांव दस हजार क्विंटल से अधिक धान का उत्पादन करते हैं, इसलिए किसानों की सुविधा के लिए यहां केंद्र खोलना अत्यंत आवश्यक है। इस संबंध में एसडीएम संजय यादव ने बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों से पत्राचार किया है और आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।
