वाराणसी
सेमिनार में बोले विशेषज्ञ – एआई से MSME में तेजी और नवाचार संभव
वाराणसी। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) ने व्यापार जगत में क्रांति ला दी है, खासकर सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) के लिए। एआई की मदद से एमएसएमई (MSME) अपने संचालन को स्वचालित कर सकते हैं, लागत घटा सकते हैं और ग्राहकों को बेहतर सेवाएं दे सकते हैं। इसके अलावा, एआई डेटा विश्लेषण और निर्णय लेने की प्रक्रिया को आसान बनाकर उत्पादकता और कार्यकुशलता बढ़ाने में भी सहायक है। एआई चैटबॉट्स के माध्यम से ग्राहक अनुभव को बेहतर किया जा सकता है, जिससे व्यवसाय अधिक सफल हो सकते हैं।
शनिवार को बनारस क्लब, वाराणसी में इंडो-अमेरिकन चैम्बर ऑफ कॉमर्स, वाराणसी डेस्क द्वारा आयोजित सेमिनार “विकास के लिए एआई: पूर्वी उत्तर प्रदेश के एमएसएमई को सशक्त बनाना” में ए टी एंड टी ग्लोबल नेटवर्क सर्विसेस इंडिया के प्रबंध निदेशक अरुण कर्ण ने बताया कि एआई एमएसएमई के लिए अत्यंत लाभकारी है।
सेमिनार में इंडो-अमेरिकन चैम्बर के चेयरमैन बेन एन जॉन ने स्वागत किया। वाराणसी डिवीज़न के एडिशनल कमिश्नर उद्योग उमेश कुमार सिंह, प्रयागराज के जॉइंट डायरेक्टर एमएसएमई केएल बीएस यादव, आईएसीसी उत्तर प्रदेश कोआर्डिनेशन कमेटी के चेयरमैन मुकेश सिंह और राष्ट्रीय कार्यकारणी के सदस्य अहसान आर खान भी मौजूद थे।
एआई विशेषज्ञों ने बताया कि एआई-संचालित उपकरण दोहराए जाने वाले कार्यों को स्वचालित करते हैं, जिससे कर्मचारी अधिक रचनात्मक और महत्वपूर्ण कार्यों पर ध्यान दे सकते हैं। एआई इन्वेंट्री प्रबंधन, मांग की भविष्यवाणी और लॉजिस्टिक्स में सुधार करके परिचालन लागत कम करता है। इसके अलावा, यह बड़े डेटा का विश्लेषण कर व्यवसाय को बाजार के रुझान और उपभोक्ता व्यवहार के बारे में बेहतर जानकारी देता है। इस प्रकार, एआई एमएसएमई को अधिक स्मार्ट, प्रतिस्पर्धी और ग्राहक-केंद्रित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
