Connect with us

गाजीपुर

सूर्यभान सिंह के प्रयासों से हुरमुजपुर ग्राम सभा में छलका पुल स्वीकृत

Published

on

एमएलसी विशाल सिंह चंचल और विधायक बेदी राम ने की मदद

गाजीपुर। जिले के सादात विकास खंड के हुरमुजपुर, खलीलपुर और परेवा ग्राम पंचायतों की करीब 12,000 आबादी लंबे समय से एक गंभीर समस्या का सामना कर रही थी। वाराणसी-गोरखपुर रेलवे लाइन पर हुरमुजपुर के पास रेलवे अंडरपास बन जाने के बाद से रेलवे के दोनों तरफ खेती-बाड़ी का कार्य प्रभावित होने लगा था। इस कारण, हार्वेस्टर और बड़ी मशीनों का आवागमन नहीं हो पा रहा था।

इस समस्या को गहरी समझ और संवेदनशीलता के साथ देखा हुरमुजपुर गांव के युवा समाजसेवी एवं शक्ति केंद्र संयोजक सूर्यभान सिंह ने। उन्होंने तीनों गांवों के लोगों से संपर्क कर इस समस्या का समाधान ढूंढने की कोशिश की। इसके बाद, परेवा और हुरमुजपुर गांव के बीच स्थित उदंती नदी पर “छलका पुल” के निर्माण के लिए उन्होंने प्रयास तेज किए। बरसात के मौसम में नदी में पानी भर जाने के कारण लोगों को लगभग 6 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ती थी।

सूर्यभान सिंह ने तीनों गांवों के लोगों से मिलकर एक मीटिंग की और इस समस्या के समाधान के लिए एक ठोस कदम उठाया। उन्होंने कच्चे रास्ते का काम प्राथमिकता के रूप में शुरू किया, क्योंकि बिना सड़क के यह पूरा कार्य संभव नहीं था। इसके लिए उन्होंने लोगों से सहमति ली और उनकी थोड़ी-बहुत ज़मीन भी ली, जिसे समझा-बुझाकर जेसीबी मशीन से लगभग 12 फीट चौड़ा और 1 किलोमीटर लंबा संपर्क मार्ग तैयार किया गया। इस मार्ग की लागत पूरी तरह से सूर्यभान सिंह ने वहन की।

Advertisement

इसके बाद, सूर्यभान सिंह ने उदंती नदी पर छलका पुल निर्माण के लिए जिलाधिकारी, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि पंकज सिंह चंचल और विधान परिषद सदस्य विशाल सिंह चंचल को पत्र लिखा। इसके साथ ही, उन्होंने जखनिया विधानसभा के विधायक श्री बेदी राम को भी इस समस्या से अवगत कराया। उनके अथक प्रयासों का परिणाम निकला और एमएलसी विशाल सिंह चंचल और विधायक बेदी राम के सहयोग से हुरमुजपुर और परेवा के बीच स्थित उदंती नदी पर छलका पुल के निर्माण और संपर्क मार्ग की स्वीकृति मिल गई। सूर्यभान सिंह ने बताया कि छलका पुल स्वीकृति की जानकारी उन्हें स्वयं विधायक बेदी राम ने दी।

अब, छलका पुल के बनने से परेवा गांव के लोगों को 8 किलोमीटर की लंबी दूरी तय करने की बजाय सिर्फ 500 मीटर की दूरी तय करनी होगी। हुरमुजपुर और खलीलपुर के लोग भी गाजीपुर पहुंचने में कम समय और दूरी का सामना करेंगे। सबसे बड़ी राहत खेती-बाड़ी के क्षेत्र में मिलेगी, क्योंकि हार्वेस्टर और बड़ी मशीनों का आवागमन इस पुल से हो सकेगा।

इस खबर से गांववासियों में खुशी का माहौल है, और उन्होंने सूर्यभान सिंह के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्हें बधाई दी।

Advertisement

Copyright © 2024 Jaidesh News. Created By Hoodaa

You cannot copy content of this page