वाराणसी
सीडीओ की अध्यक्षता में स्वच्छता समिति की बैठक
ग्राम पंचायत सेवाओं की समीक्षा
वाराणसी। मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्वच्छता समिति की बैठक आयोजित हुई, जिसमें जनपद स्तरीय अधिकारी और सभी सहायक विकास अधिकारी पंचायत उपस्थित रहे। बैठक में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण और ग्राम पंचायत में दी जाने वाली सेवाओं की समीक्षा की गई। पंचायत भवन निर्माण की प्रगति पर भी चर्चा हुई।व्यक्तिगत शौचालय के ऑनलाइन लंबित आवेदनों को जल्द निपटाने और ओडीएफ प्लस मॉडल गांव को एक सप्ताह में पूरा करने का निर्देश दिया गया।
ठोस व तरल अपशिष्ट प्रबंधन के तहत ग्राम पंचायतों में फिल्टर चैंबर, ई-रिक्शा, आरआरसी, डस्टबिन और जलभराव वाले स्थानों पर सीचेवाल मॉडल का काम 31 मार्च तक पूरा करने को कहा गया।
लंबित कार्य निपटाने में लापरवाही बरतने वाले सचिवों को प्रतिकूल प्रविष्टि दी जाएगी।प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट के तहत ग्राम पंचायतों से प्लास्टिक एकत्र कर सेंटर तक पहुंचाने के निर्देश दिए गए।
यूजर चार्ज और आरआरसी संचालन लक्ष्य से कम रहने पर प्रत्येक माह के चौथे शनिवार को बैठक होगी और संबंधित सचिव व प्रधान पर कार्रवाई होगी। चिरईगांव के सहायक विकास अधिकारी पंचायत की योजनाओं में प्रगति कमजोर पाए जाने पर उन्हें प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश दिए गए।
ग्राम पंचायतों में विशेष अभियान चलाकर फॉगिंग और एंटी-लार्वा छिड़काव कराने को कहा गया, जबकि डेंगू हॉटस्पॉट इलाकों में रोजाना फॉगिंग के निर्देश दिए गए।
सफाई कर्मियों को अपने पंचायत क्षेत्र में प्रतिदिन सफाई सुनिश्चित करने को कहा गया, अन्यथा विभागीय कार्रवाई के तहत निलंबन किया जाएगा।
प्रत्येक माह में 1500 से कम सेवाएं देने वाले विकास खंड के सहायक विकास अधिकारी पंचायत को प्रतिकूल प्रविष्टि दी जाएगी, वहीं जिन पंचायत सहायकों ने पांच से कम सेवाएं दी हैं, उन्हें हटाने का निर्देश दिया गया। आंगनवाड़ी केंद्रों पर बेबी फ्रेंडली शौचालय और नल से जल की व्यवस्था 31 मार्च तक पूरी नहीं होने पर संबंधित सचिवों को निलंबित करने के निर्देश जारी किए गए।