वाराणसी
सीएस इन्फोकॉम चैंपियंस ट्रॉफी-23, टी -20 नेशनल दिव्यांग क्रिकेट टूर्नामेंट का सम्मान समारोह संपन्न

रिपोर्ट – प्रदीप कुमार
दिव्यांग क्रिकेट विश्व कप के लिए खिलाड़ियों के चयन हेतु ट्रायल मैच संपन्न
भारत में पहली बार होने वाले दिव्यांग क्रिकेट विश्व कप हेतु भारतीय टीम के खिलाड़ियों के चयन हेतु पांच राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ एवं उत्तर प्रदेश के दिव्यांग क्रिकेट खिलाड़ियों के बीच ट्रायल मैच ऑल इंडिया क्रिकेट एसोसिएशन फॉर फिजिकली चैलेंज मुंबई प्रेजेंट के बैनर तले एमपी थिएटर मैदान काशी हिंदू विश्वविद्यालय चल रहा था का समापन एवं सम्मान वितरण समारोह का भव्य आयोजन किया गया जिसके मुख्य अतिथि डॉ कमलेश पांडेय पूर्व मुख्य आयुक्त दिव्यांगजन, भारत सरकार ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि दिव्यांग खिलाड़ी अनेक अवसरों पर सामान्य खिलाड़ियों से भी बेहतर प्रदर्शन करते हैं। भारत में प्राचीन समय से ही दिव्यांगजनों को सम्मान एवं पद प्राप्त होता आ रहा है। दिव्यांगजन भी राजा हुआ करते थे। आज जरूरत है कि दिव्यांगजनों को उपलब्ध अवसर एवं संसाधन प्रदान किया जाए। आज विज्ञान ने दिव्यांगता पर विजय हासिल कर लिया है। समापन कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए स्वामी विवेक चैतन्य ने कहा कि संसार में सभी बराबर है ना कोई श्रेष्ठ है और ना ही कोई छोटा है क्योंकि भारतीय दर्शन में यह माना गया है कि प्रत्येक व्यक्ति में ईश्वर विद्यमान है इसलिए कोई भी व्यक्ति छोटा नहीं हो सकता है।
टूर्नामेंट के दूसरे दिन आज दो मैचों की श्रृंखला खेली गई। पहला मुकाबला राजस्थान एवं छत्तीसगढ़ के बीच खेला गया, जिसमें छत्तीसगढ़ के कप्तान ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया। राजस्थान की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 8 विकेट खोकर 171 रन बनाए। राजस्थान की ओर से बल्लेबाजी करते हुए वेदपाल ने 3 चौके और 2 छक्के की मदद से सर्वाधिक 36 रन का योगदान दिया। छत्तीसगढ़ की ओर से बोलिंग करते हुए कैलाश ने 4 ओवरों में 31 रन देकर 3 विकेट लिए। जवाब में छत्तीसगढ़ की टीम मैच के अंतिम ओवर तक संघर्ष करते हुए निर्धारित 20 ओवर में 8 विकेट खोकर कुल 167 रन ही बना सकी और 4 रन से मैच हार गयी। छत्तीसगढ़ की टीम की ओर से बल्लेबाजी करते हुए अजय कौशिक 32 गेंदें खेलकर 7 चौके एवं 3 छक्कों की मदद से 57 रनों का सर्वाधिक योगदान दिया। राजस्थान की ओर से अशरफ गेंदबाजी करते हुए 17 रन देकर 3 विकेट झटके। राजस्थान के दीपचंद को उनके ऑलराउंड प्रदर्शन 30 रन और 2 विकेट के योगदान के लिए मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया।
दूसरा मैच उत्तर प्रदेश एवं विदर्भ टीम के बीच खेला गया। उत्तर प्रदेश की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 189 रन बनाए। उत्तर प्रदेश की ओर से बल्लेबाजी करते हुए हरिओम ने 10 चौके और 6 छक्कों की मदद से सर्वाधिक 96 रनों का योगदान दिया। विदर्भ की ओर से गेंदबाजी करते हुए गजानन रोकडे ने 51 रन खर्च करके 2 विकेट लिया। जवाब में खेलते हुए विदर्भ की टीम ने 20 ओवरों में 7 विकेट पर 153 रन ही बना सकी और मैच गवा बैठी।
विदर्भ की ओर से बल्लेबाजी करते हुए शेख नजीर ने 5 चौके व 3 छक्कों की मदद से सर्वाधिक 60 रनों का योगदान दिया। उत्तर प्रदेश की ओर से बोलिंग करते हुए राहुल ने 4 ओवरों में 21 रन देकर 3 विकेट लिए। उत्तर प्रदेश के हरिओम को मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया।
उत्तर प्रदेश की टीम को टूर्नामेंट की विजेता तथा विदर्भ को उपविजेता ट्रॉफी प्रदान की गई। बेस्ट बैटमैन का खिताब हरिओम, बेस्ट बॉलर का खिताब राजेश तथा मैन ऑफ द सीरीज गजानन रोकड़े को प्रदान किया गया। सभी खिलाड़ियों को स्मृति चिन्ह तथा नगद पुरस्कार प्रदान किया गया। उन्नाव की संस्था पब्लिक हैंडीकैप फाउंडेशन द्वारा खिलाड़ियों का सम्मान किया गया तथा प्रसिद्ध मनोचिकित्सक डॉ तुलसी दास द्वारा सभी खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया गया।
पूरे मैच के दौरान राष्ट्रीय चयनकर्ता बृजेश सोलकर एवं दीपक जाधव उपस्थित रहकर खिलाड़ियों के परफारमेंस आँकलन करते रहें।
ऑल इंडिया क्रिकेट एसोसिएशन फॉर फिजिकली चैलेंज्ड के सेंट्रल जोन के अध्यक्ष डॉ संजय चौरसिया ने टूर्नामेंट में शामिल सभी दिव्यांग क्रिकेट खिलाड़ियों को शुभकामनाएं हुए कहा कि खेल में हार जीत मायने नहीं रखता बल्कि खिलाड़ियों का जज्बा महत्वपूर्ण होता है। सेंट्रल जोन के महासचिव दिव्यांगबंधु डॉ उत्तम ओझा ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री के प्रेरणा से भारत में दिव्यांग क्रिकेट के लिए बहुत ही उत्साह पूर्ण वातावरण बना है। समापन कार्यक्रम को मुख्य रूप से डॉ राजेश मिश्रा उपनिदेशक दिव्यांग सशक्तिकरण विभाग, ब्रह्म राष्ट्रीय एकम् के अध्यक्ष सचिन मिश्रा, सुनील जैन, पूजा पांडेय, फ्रांस के जोमैक्स, हरहुआ के ब्लाक प्रमुख विनोद उपाध्याय ने संबोधित किया
इस अवसर पर आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ नीरज खन्ना, सचिव प्रदीप राजभर, कार्यक्रम के मीडिया प्रभारी डॉ मनोज तिवारी, काशियाना फाउंडेशन के सुमित सिंह, आब्जरबर श्यामलाल, आशुतोष प्रजापति, प्रदीप सोनी, धीरज चौरसिया एवं आयोजन समिति के अन्य गणमान्य सदस्य उपस्थित रहें। कमेंटेटर का दायित्व अमूल्य उपाध्याय एवं आशीष सेठ ने अदा किया।