गाजीपुर
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जखनिया की बदहाल स्थिति, प्रभारी अधीक्षक डॉ. योगेन्द्र यादव पर गंभीर आरोप

जयदेश समाचार पत्र के जिला विज्ञापन प्रभारी इलाज के दौरान हुए परेशान
गाजीपुर। जखनिया ब्लॉक का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अपनी बदहाल व्यवस्था और लापरवाही के कारण एक बार फिर सुर्खियों में है। यहां के प्रभारी अधीक्षक डॉ. योगेन्द्र यादव पर गंभीर आरोप लगते आ रहे हैं, लेकिन वर्षों से तैनात होने के बावजूद उनके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है।
स्थानीय नागरिकों के अनुसार, डॉ. योगेन्द्र यादव का व्यवहार न केवल उदासीन है, बल्कि मरीजों के आवश्यक इलाज में भी अनावश्यक रूप से विलंब किया जाता है। बताया गया कि जब कोई मरीज उपचार के लिए पहुंचता है, तो उसे कम से कम 15 से 20 मिनट इंतजार करवाया जाता है। इलाज के नाम पर अक्सर बाहर की दवाएं लिख दी जाती हैं।
ताजा मामला 26 जून गुरुवार का है, जब जयदेश समाचार पत्र के जिला विज्ञापन प्रभारी एक दुर्घटना में घायल हो गए और उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जखनिया लाया गया। उनकी बाएं हाथ की बीच की उंगली पर टांका लगाने की आवश्यकता थी, लेकिन डॉ. यादव ने बताया कि अस्पताल में टिटनेस का इंजेक्शन और नीडल उपलब्ध नहीं है। मरीज को बाहर से दवा और उपकरण लाने को मजबूर किया गया।
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश है। सवाल यह भी उठ रहा है कि जब अस्पताल में मूलभूत सुविधाएं नहीं हैं, तो स्वास्थ्य केंद्र का संचालन कैसे हो रहा है और वर्षों से एक ही डॉक्टर की तैनाती किसके संरक्षण में बनी हुई है?