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वाराणसी

समस्त ग्राम पंचायतों पर टीबी स्क्रीनिंग, जांच, निदान व सम्पूर्ण उपचार पर हो पूरा ज़ोर– डीटीओ

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टीबी मुक्त पंचायत अभियान को लेकर स्वास्थ्य विभाग व पीरामल फ़ाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हुई ‘एक संयुक्त प्रयास’ बैठक

जनपद की समस्त 694 ग्राम पंचायतों पर ‘टीबी मुक्त पंचायत अभियान’ संचालित

स्थानीय स्वयं सेवी संस्थाएं टीबी से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने में बनेंगी सहायक

वाराणसी: प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान व राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग व पीरामल फ़ाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधन में बृहस्पतिवार को सिगरा स्थित एक होटल में टीबी मुक्त पंचायत अभियान को लेकर बैठक आयोजित की गई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी के निर्देशन में आयोजित इस संयुक्त संगठन बैठक में सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइज़र (एसटीएस) और स्थानीय गैर सरकारी संस्थाओं (एनजीओ) के प्रमुख प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया। बैठक का उद्देश्य एक ही छत के नीचे स्वास्थ्य विभाग के साथ – साथ विकास स्वास्थ्य संगठन, संस्था व स्थानीय संस्थाओं को जोड़कर टीबी मुक्त पंचायत अभियान को सफल बनाना है। बैठक में ज्यादा से ज्यादा टीबी नोटिफिकेशन, सम्पूर्ण उपचार व जन जागरूकता को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। इस मौके पर जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डॉ पीयूष राय ने बताया कि देश में टीबी मुक्त पंचायत अभियान की शुरुआत वाराणसी से ही इसी साल विश्व क्षय रोग दिवस (24 मार्च) पर की गई। शुरुआत में पीरामल फ़ाउंडेशन के सहयोग से चोलापुर ब्लॉक के 89 ग्राम पंचायतों में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर अभियान चलाया गया। लेकिन वर्तमान में यह अभियान सभी आठ ब्लाक की 694 ग्राम पंचायतों में स्वास्थ्य विभाग व संस्थाओं के सहयोग से संचालित किया जा रहा है। जनपद की सभी 23 टीबी यूनिट के एसटीएस के द्वारा इस अभियान के पर्यवेक्षण व मॉनिटरिंग को लेकर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने अभियान को सफल बनाने के लिए सभी एनजीओ से निःस्वार्थ भाव से कार्य करने की अपेक्षा व्यक्त की। उन्होंने स्वास्थ्य, आईसीडीएस, शिक्षा विभाग समेत पंचायती राज विभाग, राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) और एनजीओ को समन्वय बनाकर कार्यक्रम की कार्य योजना तैयार करने के लिए कहा। साथ ही इसको पंचायत स्तर पर लागू करने के लिए भी कहा। उन्होंने सभी सहयोगी संस्थाओं से अपील की है कि समस्त ग्राम पंचायतों पर स्क्रीनिंग, जांच, निदान व सम्पूर्ण उपचार पर पूरा ज़ोर दें। इसके साथ ही ग्राम प्रधान, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ), पंचायत सचिव व सहायक समेत आशा-आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से समन्वय स्थापित कर समुदाय में लोगों को जागरूक करें। जन जागरूक गतिविधियों के साथ ही विशेष स्वास्थ्य शिविर का आयोजन जाए। बैठक में पीरमल फ़ाउंडेशन के कोर टीम मेम्बर संजय कुमार सिंह, सीनियर प्रोग्राम मैनेजर संतोष सिंह, आशीष अशावा, काजल, एसपीएल रूबी सिंह, डीपीएल अरविंद गुप्ता समेत अन्य सदस्यों ने समस्त प्रतिभागियों को आश्वस्त किया कि हम सब मिलकर टीबी को वर्ष 2025 तक खत्म करने में सरकार व स्वास्थ्य विभाग का पूर्ण सहयोग करेंगे। इस दौरान एम एंड ई आइहैट से हिमांशु, स्टेट टेक्निकल सपोर्ट यूनिट (एसटीएसयू) से शैलेंद्र उपाध्याय, स्टेट टीबी/एचआईवी समन्वयक डॉ नरेंद्र सिंह, डब्ल्यूएचओ कंसल्टेंट डॉ वीजे विनोद व डॉ सौरभ ने संयुक्त रूप से कहा कि टीबी मुक्त पंचायत अभियान के सफल संचालन को लेकर पूरा ज़ोर दिया जा रहा है। सभी ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त पंचायत के किए चिन्हित किया जा रहा है। स्थानीय एनजीओ का भी पूरा सहयोग लिया जा रहा है, जो टीबी से जुड़ीं भ्रांतियों को भी दूर करने में सहायक बनेंगी।           

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