मिर्ज़ापुर
‘जिंदा फूंकने’ की धमकी पर बवाल, करणी सेना ने की एफआईआर की मांग

मिर्जापुर। जनपद में सियासी बयानबाज़ी अब आग उगलने की हद तक पहुंच गई है। समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष देवी प्रसाद चौधरी और पूर्व जिलाध्यक्ष शिव शंकर यादव ने हाल ही में अपने पार्टी कार्यालय पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में विवादित और भड़काऊ बयान देकर माहौल को तनावपूर्ण बना दिया। उन्होंने खुले मंच से यह चेतावनी दी कि यदि कोई समाजवादी पार्टी कार्यालय का घेराव करता है या उनके नेताओं का प्रतीकात्मक पुतला दहन करने की कोशिश करता है, तो वे ऐसे लोगों को जिंदा फूंक देंगे।
इस प्रकार की भाषा और धमकी लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर सीधा हमला है। एक ऐसे समय में जब समाज का हर वर्ग अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो रहा है, इस तरह की बयानबाज़ी कानून और व्यवस्था को चुनौती देने वाली कही जा सकती है।
करणी सेना के मिर्जापुर जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह (धवल) ने इस आपत्तिजनक बयान के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने पुलिस प्रशासन को संबोधित करते हुए एक प्रार्थना पत्र सौंपा है, जिसमें मांग की गई है कि दोनों समाजवादी नेताओं के खिलाफ भड़काऊ बयान देने, सार्वजनिक शांति भंग करने और लोकतांत्रिक विरोध को कुचलने की धमकी देने के आरोप में तत्काल एफआईआर दर्ज की जाये।
प्रार्थना पत्र में दिलीप सिंह, संजय ओझा, पंकज सिंह, अजीत कुमार सिंह और महेन्द्र प्रताप सिंह जैसे कई सामाजिक कार्यकर्ताओं के नाम भी शामिल हैं, जिन्होंने अभिषेक सिंह के इस कदम का समर्थन करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
करणी सेना का यह रुख न केवल जनता की आवाज़ को मजबूती देता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि लोकतंत्र में असहमति को धमकी से नहीं दबाया जा सकता। मिर्जापुर में अब निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और क्या सपा नेताओं के खिलाफ कोई कानूनी कार्यवाही होती है या नहीं।