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चन्दौली

सकलडीहा: प्राचीन शिव सरोवर के अधूरे सुंदरीकरण से श्रद्धालु परेशान

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चंदौली (जयदेश)। सकलडीहा कस्बे के टिमिलपुर स्थित प्राचीन शिव सरोवर क्षेत्र के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है, जहां सकलडीहा और आसपास के एक दर्जन से अधिक गांवों के लोग धार्मिक अनुष्ठान करते हैं। विशेषकर महिलाएं आस्था और निष्ठा के साथ डाला छठ, जीवित्पुत्रिका व्रत, शारदीय नवरात्र और देव दीपावली जैसे धार्मिक पर्वों पर यहां पूजा-अर्चना करती हैं। लेकिन अधूरे पड़े सुंदरीकरण और घाट निर्माण के कारण उन्हें तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

इस शिव सरोवर का निर्माण वर्षो पूर्व बनारस स्टेट के सेनापति बाबू बखत सिंह ने कराया था। उन्होंने पांच शिव मंदिर और पांच सरोवर का निर्माण कराया था, जिनमें स्वयंभू कालेश्वर मंदिर और महेश्वर मंदिर भी शामिल हैं। इस सरोवर का पानी कभी घरेलू उपयोग के लिए भी प्रयोग किया जाता था और मंदिर जाने से पहले श्रद्धालु यहां स्नान करते थे।

बीते वर्षों में तत्कालीन सांसद और केंद्रीय मंत्री डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय और स्थानीय विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव के प्रयास से इस सरोवर और मंदिर का आंशिक सुंदरीकरण हुआ था। हालांकि, अधूरे घाट और पाथवे के कारण धार्मिक पर्वों पर महिलाओं को अब भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

स्थानीय ग्रामीणों ने बार-बार शिव सरोवर के पूर्ण सुंदरीकरण की मांग उठाई है, लेकिन प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।

इस संबंध में ब्लॉक प्रमुख अवधेश सिंह ने बताया कि यदि सकलडीहा और नागेपुर गांव से नोड्यूज प्राप्त हो जाता है, तो क्षेत्र पंचायत की ओर से शिव सरोवर का सुंदरीकरण कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस संबंध में क्षेत्रीय सचिव संदीप कुमार से चर्चा की जा चुकी है।

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ग्रामीणों को उम्मीद है कि प्रशासन जल्द से जल्द शिव सरोवर के सुंदरीकरण की दिशा में ठोस कदम उठाएगा, जिससे धार्मिक पर्वों के दौरान आस्थावान श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

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