पूर्वांचल
संस्कृति की रक्षा करने में भारतीय महिलाएं हमेशा आगे : महाराज भवानी नंदन
गाजीपुर। जाखनियां स्थित हथियाराम सिद्ध पीठ के परिसर में महामंडलेश्वर जूना अखाड़ा के पीठाधीश्वर महाराज भवानी नंदन जी द्वारा भारतीय संस्कृति से जुड़ा एक विशेष आयोजन संपन्न हुआ। इस आयोजन के माध्यम से महाराज जी ने क्षेत्र में भारतीय परंपराओं और संस्कृति को सुदृढ़ करने का संकल्प लिया है।
इस अवसर पर 200 से अधिक महिलाओं को अंग वस्त्र, फल की टोकरी, और अन्य सामग्रियां प्रदान की गईं। तीन दिनों से निराहार छठ व्रत कर रही महिलाओं के लिए महाराज जी द्वारा विशेष प्रबंध किए गए थे ताकि वे किसी भी प्रकार की असुविधा महसूस न करें।
छठ पूजा के आयोजन में विशेष व्यवस्थाएं
पूरे तालाब परिसर में महाराज जी के निर्देशानुसार समुचित लाइटिंग और अन्य सुविधाओं की व्यवस्था की गई थी। पोखरा के गेट को भी समारोह के लिए खोल दिया गया, जहां गौशाला के पास एक व्यवस्थित स्थान पर महिलाओं को बैठाकर आशीर्वाद देने और प्रसाद वितरित करने की व्यवस्था की गई थी। कार्यक्रम के दौरान, महाराज जी ने हर महिला का स्वागत माल्यार्पण कर और अंग वस्त्र भेंट कर किया। विद्यालय की कन्याओं ने महिलाओं का अक्षत और रोली से स्वागत किया, जिससे कार्यक्रम की गरिमा और बढ़ गई।
भारतीय संस्कृति और इतिहास का स्मरण
महाराज भवानी नंदन जी ने इस अवसर पर दुर्वासा ऋषि और द्रौपदी की एक प्रेरणादायक कथा का उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने भारतीय महिलाओं को संस्कृति की रक्षा करने और नैतिकता को बनाए रखने का संदेश दिया। उन्होंने बताया कि जैसे द्रौपदी ने ऋषि दुर्वासा की लाज बचाई थी, उसी प्रकार भारतीय महिलाएं संस्कृति की रक्षा में सदैव अग्रणी रही हैं।
महिलाओं ने महाराज को प्रसाद अर्पण किया
महाराज जी ने समारोह में मौजूद महिलाओं से आग्रह किया कि वे अपने घर का प्रसाद सबसे पहले उन्हें अर्पित करें। उनके आग्रह का सम्मान करते हुए महिलाएं कतारबद्ध होकर महाराज जी को प्रसाद अर्पित करती रहीं। उन्होंने प्रसाद को भक्तों और सहयोगियों के बीच वितरित किया, जिससे कार्यक्रम में एक अनोखी ऊर्जा का संचार हुआ।
पुलिस और अन्य सहयोगियों की सक्रिय भागीदारी
इस आयोजन को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए पुलिस प्रशासन की विशेष व्यवस्था थी। स्थानीय थाना प्रभारी और महिला सिपाही चौकी प्रभारी के साथ-साथ अन्य सहयोगियों ने सुरक्षा और व्यवस्था का ध्यान रखा। हरि यादव, पिंटू खरवार, रामबचन गोंड, संजय खरवार, सुशील तिवारी सहित कई लोग इस आयोजन में अपनी सेवाएं देते हुए नजर आए। मठ के मुख्य पुजारी सर्वेश तिवारी द्वारा कार्यक्रम के दौरान शंखनाद किया गया। इस आयोजन के माध्यम से महाराज भवानी नंदन जी ने भारतीय परंपराओं और संस्कृति को प्रोत्साहित करने के अपने प्रयास को और भी आगे बढ़ाया।