धर्म-कर्म
शोभायात्रा संग हुआ रामकथा का शुभारंभप्रभु सदैव मंगल करने वाले – शंभु शरण लाटा

वाराणसी। डोकानिया गौ सेवा गोविंद सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में मंगलवार को लक्सा स्थित मारवाड़ी समाज भवन में 9 दिवसीय श्रीराम कथा का शुभारंभ हुआ। प्रख्यात कथा मर्मज्ञ, वाणी भूषण एवं त्याग मूर्ति संत शम्भू शरण लाटा ने रामकथा का श्रीगणेश करते हुए कहा कि मंगलवार अत्यंत मंगलकारी दिन है, क्योंकि प्रभु तो सदैव मंगल करने वाले है। जब अपने मन का ना हो तो दुःखी नही होना है, इसे हरि इच्छा मान कर स्वीकार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि राम नाम एक महामंत्र है, भगवान शिव स्वयं राम नाम का जप करते है और उन्होंने माँ पार्वती को भी राम नाम का स्मरण करते रहने का आदेश दिया। राम नाम की महिमा इतनी अनंत है कि महादेव काशी में मरने वाले के कान में राम नाम का ही तारक मंत्र देकर जीवों का कल्याण करते है। यह मंत्र लोक के साथ साथ परलोक में भी कल्याणकारी सिद्ध होगा।
संत लाटा जी महाराज ने कहा कि हमारी श्रद्धा ही प्रभु पर विश्वास का सबसे प्रमुख कारण है। यह श्रीराम कथा भवसागर से पार लगाने वाली कथा है। गोस्वामी तुलसीदास ने रामचरित मानस की रचना अपने सुख के लिए की थी, उन्होंने लिखा भी है कि यह रघुनाथ गाथा स्वान्तः सुख के लिए लिखी जा रही है। कथा में उन्होंने शिव द्वारा सती की शंका का समाधान की कथा का भी श्रवण कराया।
बैंड बाजे के साथ निकली शोभायात्रा- कथा का शुभारंभ शोभायात्रा के साथ हुआ, लक्सा स्थित श्री श्याम मंदिर से पूर्वाह्न 11 बजे बैंड बाजे के साथ यात्रा निकाली गई। सर्वप्रथम यजमान परिवार द्वारा मंदिर में पोथी पूजन किया गया तत्पश्चात वहाँ से मुख्य यजमान सजन कुसुम डोकानिया एवं कुसुम देवी डोकानिया ने सिर पर पोथी रखकर चल रहे थे। उनके पीछे बैंड बाजे की धुन पर भक्तगण नाचते गाते चल रहे थे। कथा स्थल पर यजमान द्वारा सपत्नीक व्यासपीठ का पूजन किया गया। शोभायात्रा लक्सा पर मारवाड़ी समाज भवन पहुँच कर समाप्त हुई। इस अवसर पर मुख्य रूप से श्वेता मुरारका, विष्णु मुरारका, आलोक डोकानिया, काजल डोकानिया, अंकित, पारुल, अभिनव जैन, शिल्पा सुरेश तुलस्यान आदि शामिल रहे।