सियासत
विधानसभा में गरजे योगी आदित्यनाथ
मुसलमानों के पूर्वज भी तो सनातनी थे
लखनऊ। यूपी विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा पर बुधवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने जवाब दिया। अपने संबोधन में सीएम योगी ने कहा कि विकसित भारत मेरा कमिटमेंट है। इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी के नेता और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा, अखिलेश भाषण से ध्यान भटकाते हैं, उनकी बातें तथ्यरहित हैं। 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में जिन लोगों ने शासन किया वो उत्तर प्रदेश को कहां लेकर गए ? उन्होंने उत्तर प्रदेश वासियों के सामने पहचान का संकट खड़ा कर दिया था। यहां का नौजवान पहचान छिपाने के लिए मजबूर था। नौजवान कहीं जाता था तो नौकरी नहीं मिलती थी। किराए पर कमरे की बात तो दूर होटल और धर्मशालाओं में भी कमरे नहीं मिल पाते थे। आज हमारी सरकार में उत्तर प्रदेश की दिशा और दशा दोनों सकारात्मक रूप से बदल गई है।
काशी के ज्ञानवापी मामले पर योगी आदित्यनाथ ने बोलते हुए कहा कि, अयोध्या का उत्सव देख हमारे नंदी बाबा ने रातों रात बैरिकेड्स तुड़वा डाले। वहीं, श्री कृष्ण जन्मभूमि के विषय में उन्होंने कहा, हमारे श्री कृष्ण कन्हैया जी कहाॅं मानने वाले हैं। महाभारत में कृष्ण ने 5 गांव मांगे थें। आज हिंदू समाज केवल अपनी आस्था के 3 केंद्र अयोध्या, काशी और मथुरा मांग रहा है।

सीएम योगी ने आगे कहा कि, राम मंदिर बनने से हर सनातनी खुश है, मुसलमानों के पूर्वज भी तो सनातनी थे। लेकिन विपक्ष ने सदी की सबसे बड़ी घटना पर कुछ नहीं बोला, सिर्फ इधर-उधर भटकाते रहे। राम मंदिर पहले बन जाना चाहिए था। आज बदलते अयोध्या को देखकर पूरी दुनिया अभिभूत है। अयोध्या के लोगों के लिए बिजली की व्यवस्था, स्वास्थ्य की बेहतर सुविधा की जा सकती थी। विकास के इन कार्यों को किन मंशा के साथ रोका गया था? अगर मैं अयोध्या और काशी गया हूं तो नोएडा और बिजनौर भी गया हूं। हमारी आस्था, नीति और नियत सब एकदम स्पष्ट और साफ है।
