जौनपुर
विद्यालय में गंदगी का अंबार, चर्म रोग से ग्रसित हो रहे बच्चे

140 बच्चों ने छोड़ दिया स्कूल
जौनपुर । जयप्रकाश नारायण सर्वोदय विद्यालय, मनिहा गोविंदपुर में साफ-सफाई की बदहाल स्थिति ने बच्चों के स्वास्थ्य पर गंभीर असर डाला है। विद्यालय में रह रहे 80 विद्यार्थियों में से 30 से अधिक बच्चे चर्म रोग से ग्रसित हो चुके हैं। पिछले एक साल में अव्यवस्थाओं के चलते 140 बच्चों ने स्कूल छोड़ दिया है।
गंदगी और अव्यवस्थाओं का बोलबाला
विद्यालय परिसर में रसोईघर, शौचालय और स्नानघर की स्थिति बेहद दयनीय है। चारों ओर गंदगी का अंबार है और कई दिनों तक सफाई नहीं होती। बच्चों को गंदगी के बीच रहना पड़ता है, जिससे बीमारियां फैल रही हैं। यह आवासीय विद्यालय समाज कल्याण विभाग के अधीन संचालित है, लेकिन अव्यवस्थाएं यहां हावी हैं।
पढ़ाई में भी खानापूर्ति
13 करोड़ रुपये की लागत से दो साल पहले बना यह विद्यालय अब सुविधाओं के अभाव का शिकार है। पंजीकरण 220 बच्चों का है, लेकिन पढ़ाई करने वाले केवल 80 बच्चे बचे हैं। पढ़ाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हो रही है। यहां 10 शिक्षकों की जरूरत है, लेकिन केवल 2 ही तैनात हैं।
विद्यालय में चोरसंड सामुदायिक अस्पताल के एक चिकित्सक की तैनाती है, लेकिन वह भी नियमित रूप से नहीं आते। चर्म रोग से ग्रसित बच्चों को समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा है।विद्यार्थियों ने बताया कि गंदगी और अव्यवस्था ने उनका जीवन मुश्किल बना दिया है। “यहां पढ़ाई की जगह बीमारी मिल रही है,” एक छात्र ने कहा। अभिभावकों में भी इस स्थिति को लेकर गहरा आक्रोश है।
विद्यालय प्रशासन और समाज कल्याण विभाग की उदासीनता के कारण बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो रहा है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से विद्यालय की स्थिति में सुधार की मांग की है।