वाराणसी
“वार्तालाप” मीडिया कार्यशाला में पत्रकारिता की संवेदनशीलता और जनकल्याण योजनाओं की भूमिका पर जोर
वाराणसी। पत्र सूचना कार्यालय, वाराणसी द्वारा सेवापुरी विकास खंड सभागार में एक दिवसीय “वार्तालाप” मीडिया कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई।

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश विधान परिषद सदस्य धर्मेंद्र सिंह, पत्र सूचना कार्यालय लखनऊ के निदेशक दिलीप कुमार शुक्ल, काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग के प्राध्यापक डॉ. बाला लखेंद्र और खंड विकास अधिकारी सेवापुरी राजेश कुमार उपस्थित रहे।धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि मीडिया देश की सजग प्रहरी है, जिसकी संवेदनशीलता और तथ्यपरकता ही सशक्त लोकतंत्र की पहचान है।

उन्होंने बताया कि पत्रकारिता समाज की दिशा और दशा तय करने में अहम भूमिका निभाती है। काशी में विकास की अभूतपूर्व गाथा को जन-जन तक पहुँचाने में मीडिया का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है।

पत्र सूचना कार्यालय लखनऊ के निदेशक दिलीप कुमार शुक्ल ने कहा कि “वार्तालाप” मीडिया कार्यशाला का उद्देश्य भारत सरकार और राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी पत्रकारों तक पहुँचाना और मीडिया के माध्यम से समाज तक उसे व्यापक रूप से प्रसारित करना है।

उन्होंने कहा कि कई बार जानकारी के अभाव में लोग सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं ले पाते, ऐसे में पत्रकारों की जिम्मेदारी है कि वे जनहित से जुड़ी खबरों के माध्यम से लोगों को जागरूक करें।

कार्यक्रम के दौरान कई लाभार्थियों ने भी अपने अनुभव साझा किए। रीना देवी ने बताया कि आयुष्मान कार्ड और प्रधानमंत्री आवास योजना से उन्हें बड़ा लाभ मिला है, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार हुआ है। वहीं भुवाल साव ने भी आयुष्मान कार्ड योजना को एक जनहितकारी और प्रभावशाली पहल बताया।

दूसरे सत्र में महामना पंडित मदन मोहन मालवीय कैंसर संस्थान की प्राध्यापिका डॉ. दिव्या खन्ना ने कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के प्रति जागरूकता पर विस्तार से जानकारी दी। बीएचयू के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. बाला लखेंद्र ने उपस्थित पत्रकारों को नशामुक्ति की शपथ दिलाई और बताया कि सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में “रन फॉर यूनिटी” का आयोजन किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य युवाओं में राष्ट्रीय एकता और देशभक्ति की भावना को सशक्त करना है।

कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन पत्र सूचना कार्यालय के मीडिया एवं संचार अधिकारी प्रशांत कक्कड़ ने किया। आयोजन को सफल बनाने में भारत भूषण तिवारी, प्रदीप राजभर, अर्चित आर्य, शिव कुमार झा, विनीत, अंकित और बृजेश का विशेष सहयोग रहा।
