वाराणसी
वाराणसी में साइबर ठग गिरफ्तार, 29 लाख की ठगी का पर्दाफाश

वाराणसी की साइबर पुलिस ने एक डिजिटल ठगी करने वाले गैंग के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें मास्टरमाइंड भी शामिल है। इन आरोपियों ने जुलाई में सोनारपुरा के एक युवक को ट्राई और सीबीआई का अधिकारी बनकर डराया और डिजिटल अरेस्ट करके उससे 29 लाख रुपए की ठगी की थी। आरोपियों ने युवक से कहा था कि उसके आधार पर निकाले गए सिम से अवैध गतिविधियां हो रही हैं।
युवक ने 4 जुलाई को साइबर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया और जांच शुरू की। जांच में यह सामने आया कि ठगों के तार जोधपुर से जुड़े थे। पुलिस ने जोधपुर में कई दिनों तक जांच की और मास्टरमाइंड मुश्ताक अली को गिरफ्तार किया।
उसके पास से 51,100 रुपए भी बरामद हुए।आरोपियों ने बताया कि वे पहले फर्जी ट्राई और सीबीआई अधिकारी बनकर लोगों को कॉल करते थे और उन्हें यह बताकर डिजिटल अरेस्ट करते थे कि उनके नाम पर अवैध सिम जारी हुए हैं। इसके बाद वे उन लोगों के बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर करवा लेते थे।
इन पैसों को फिर अलग-अलग खातों में भेजकर अपने सिंडिकेट के माध्यम से निकाल लिया जाता था। आरोपियों ने अपनी पहचान छुपाने के लिए फर्जी नाम-पते के सिमकार्ड और म्यूल बैंक खातों का इस्तेमाल किया। पुलिस ने इन दोनों को गिरफ्तार कर मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया और उन्हें जेल भेज दिया है। अब पुलिस इनके रिमांड की योजना बना रही है और अन्य अपराधियों की तलाश कर रही है।