वाराणसी
वाराणसी में अबू आजमी के खिलाफ बवाल, हिंदू संगठनों ने किया विरोध प्रदर्शन
क्या कहा था अबू आजमी ने ?
वाराणसी। महाराष्ट्र समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और विधायक अबू आसिम आजमी को मुगल शासक औरंगजेब की तारीफ करना भारी पड़ गया। उनके बयान के खिलाफ वाराणसी में हिंदू संगठनों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया, नारेबाजी की और उनकी तस्वीर पर कालिख पोतकर नाराजगी जताई। प्रदर्शनकारियों ने आजमी के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने और सख्त सजा की मांग की।
सनातन संस्कृति को ठेस पहुंचाने का आरोप
ब्रह्मराष्ट्र एकम संगठन के कुशाग्र मिश्रा ने आजमी के बयान की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि औरंगजेब, जिसने भारत में कई सनातन मंदिरों को नष्ट किया, उसकी तारीफ करना हिंदू संस्कृति का अपमान है। उन्होंने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता भारतीय इतिहास को सही ढंग से पढ़े बिना बयान दे रहे हैं और इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेश करने वालों का समर्थन कर रहे हैं।
क्या कहा था अबू आजमी ने ?
मुंबई में मीडिया से बातचीत के दौरान अबू आजमी ने औरंगजेब को एक “महान प्रशासक” बताया था। उन्होंने कहा था कि औरंगजेब ने कई मंदिरों का निर्माण कराया और कभी जनता के पैसे का दुरुपयोग नहीं किया। आजमी ने दावा किया कि औरंगजेब का शासन म्यांमार तक फैला था और उस दौर में भारत को “सोने की चिड़िया” कहा जाता था। उन्होंने यह भी कहा कि औरंगजेब की सेना में कई हिंदू कमांडर थे।
बवाल के बाद बयान वापस लिया
अपने बयान को लेकर बढ़ते विवाद और केस दर्ज होने के बाद अबू आजमी ने सफाई दी और कहा कि अगर उनके शब्दों से किसी की भावनाएं आहत हुई हैं तो वे अपना बयान वापस लेते हैं। उन्होंने कहा कि उनका मकसद किसी महापुरुष के खिलाफ गलत बोलना नहीं था। हालांकि, विरोध प्रदर्शन अभी भी जारी है और हिंदू संगठनों ने उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।