अपराध
वाराणसी : छात्रा वैशाली की मौत पर उठा प्रश्नचिन्ह ? जन सेवक संघ मंच की राष्ट्रीय अध्यक्ष ने की उच्च स्तरीय जांच की मांग, शक की सुई मौसी की ओर
सुंदरपुर स्थित धीरेंद्र महिला पीजी कॉलेज की छात्रा वैशाली सिंह उर्फ किशु (19 वर्ष ) की मौत संदिग्ध बन गई है। उसका शव फंदे से लटकता हुआ मिला था । वैशाली अपनी मौसी विनीता सिंह के साथ नरिया स्थित मंगलम अपार्टमेंट में दूसरे फ्लोर पर स्थित एक फ्लैट में रहती थी। साथ में विनीता का एकलौता पुत्र शाश्वत भी रहता है ।विनीता सिंह सैदपुर, गाजीपुर में प्राथमिक विद्यालय में अध्यापिका है । पति की मौत के बाद अनुकंपा के आधार पर उनकी नियुक्ति हुई थी। विनीता सिंह के अनुसार- बुधवार को वह सुबह ड्यूटी पर चली गई थी । शाश्वत भी काम पर गया था। जब विनीता शाम को फ्लैट पर लौटी तो वैशाली का कमरा अंदर से बंद मिला । कई बार फोन मिलाने और दरवाजा पीटने पर भी नहीं खुला तब आसपास की भीड़ भी मौके पर जुट गई थी । इस बीच उनका बेटा शाश्वत भी आ गया था। सूचना पर लंका थाना प्रभारी शिवाकांत मिश्र फॉरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे । दरवाजा खोलने पर शव फंदे से लटकता हुआ मिला।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि घटना से दो दिन पहले वैशाली ने अपना जन्मदिन मनाया था जिसमें वह काफी खुश नजर आ रही थी। ऐसे में वह आत्महत्या क्यों करेगी इसका कोई कारण समझ में नहीं आ रहा है ? वैशाली के माता-पिता की पहले ही मौत हो चुकी है । तीनों बहनों के हिस्से काफी संपत्ति और जमीन जायदाद है। वैशाली का एटीएम कार्ड, पिता के पेंशन तथा संपत्ति के सभी कागजात मौसी के पास ही है । यदि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए तो दूध का दूध और पानी का पानी साफ हो जाएगा ।

रीना सिंह का कहना है कि जिस समय फंदे पर वैशाली की लाश लटकती हुए मिली थी ,उसके हाथ में मोबाइल था और चेहरे पर चश्मा लगा हुआ था । ऐसे में कोई आत्महत्या करेगा तो चश्मा लगाकर और मोबाइल हाथ में लेकर आत्महत्या नहीं करेगा। वैशाली की दो बहनें मयूरी और जस्सी भी हैं जो सबसे छोटी मौसी करौंदी निवासिनी आरती सिंह के साथ रहती है । वैशाली की एक परिचित जन सेवक संघ मंच की राष्ट्रीय अध्यक्ष रीना सिंह का कहना है कि,वैशाली की मौत संदिग्ध है ,वह फांसी नहीं लगा सकती।
