वाराणसी
वाराणसी को मिलेगा तारों के जंजाल से छुटकारा

वाराणसी। शहर के पुराने मोहल्लों समेत कई इलाकों को तारों के जंजाल से मुक्ति दिलाने के लिए अंडरग्राउंड वायरिंग का काम तो शुरू हुआ लेकिन इसके बावजूद केबल और इंटरनेट वायरों ने पूरे प्लान को पटरी से उतार दिया। अब नगर निगम ने इस समस्या पर कड़ा रुख अपनाते हुए कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है।
स्मार्ट सिटी कार्यालय में नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने शहर के प्रमुख केबल और इंटरनेट ऑपरेटरों के साथ बैठक कर उन्हें स्पष्ट निर्देश दिया कि जल्द से जल्द तार हटाए जाएं। नगर आयुक्त ने कहा कि विद्युत और स्ट्रीट लाइट के पोलों पर केबल वायरों के जंजाल के कारण स्ट्रीट लाइट की मरम्मत में भी दिक्कतें आ रही हैं। इस कारण सभी ऑपरेटरों को 15 दिनों के भीतर तार हटाने का अल्टीमेटम दिया गया है।
नगर निगम ने 18 स्थानों को चिन्हित किया है जहां से जल्द केबल तार हटेंगे। इनमें बाबतपुर एयरपोर्ट, अतुलानंद चौराहा, वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन, अस्सी घाट, संकट मोचन, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र, मणिकर्णिका गली, विश्वनाथ मंदिर के सभी प्रवेश द्वार, दुर्गा मंदिर, भारत माता मंदिर, तुलसी मानस मंदिर, मानमहल घाट, केदार घाट, पंचगंगा घाट, सारनाथ, धमेख स्तूप, चौखंडी स्तूप, कालभैरव मंदिर, दशाश्वमेध घाट और कैंट बस स्टेशन शामिल हैं।
बैठक में निजी दूरसंचार कंपनी ने भी प्रस्ताव रखा जिसमें संकट मोचन और आसपास के क्षेत्रों में ग्रे रंग के केबल तार के लिए पोल लगाने की बात कही गई। इस पर सभी ऑपरेटरों ने सहमति व्यक्त की कि एक ही बंच में तारों को व्यवस्थित किया जाएगा जिससे दृश्य भी सुंदर दिखेगा। नगर निगम और निजी दूरसंचार कंपनी के बीच जल्द अनुबंध किया जाएगा।
नगर निगम का कहना है कि स्मार्ट सिटी के तहत वाराणसी को तारों के जंजाल से मुक्त कर एक साफ-सुथरी और व्यवस्थित पहचान दिलाने की दिशा में यह बड़ा कदम साबित होगा।