वाराणसी
वाराणसी के पूर्व सांसद राजेश मिश्र ने भी लिखा कुलपति को पत्र, प्रवेश परीक्षा बहाल करने की मांग, पेड कोटा खत्म हो
रिपोर्ट – प्रदीप कुमार
वाराणसी| पूर्व सांसद और बीएचयू छात्रसंघ के पूर्व उपाध्यक्ष डॉ राजेश मिश्र ने भी सेंट्रल हिंदू स्कूल में लाटरी प्रणाली से दाखिले को तत्काल बंद कर फिर से प्रवेश परीक्षा कराने की मांग की है। बीएचयू के कुलपति प्रो सुधीर जैन को संबोधित पत्र में डॉ मिश्र ने 2015 से शुरू कुलपति कोटा और पेड कोटा को भी समाप्त करने की मांग की है। उन्होंने इसे असंवैधानिक व अलोकतांत्रिक करार दिया है।
पीएम करते हैं परीक्षा पर चर्चा और सीएचएस में परीक्षा ही बंद
डॉ मिश्र ने कहा कि एक तरफ तो वाराणसी के सांसद और देश के प्रधानमंत्री परीक्षा पर चर्चा करते हैं और दूसरी ओर बीएचयू से संबद्ध सेंट्रल हिंदू स्कूल में वर्षों से चली आ रही प्रवेश परीक्षा को समाप्त कर लाटरी से दाखिला हो रहा है। कहा कि प्रवेश परीक्षा से हजारों बच्चों के टैलेंट का पता लगता है। प्रतियोगी परीक्षा के दौर से वो गुजरते हैं और पास होने पर वो ही नहीं पूरा पारिवार गौरवांवित होता है। इससे बच्चों में एक प्रतियोगी भावना पैदा होती थी। उस देश व्यापी प्रवेश परीक्षा को समाप्त कर लाटरी से दाखिला कहीं से उचित नहीं।
पूरी दाखिला प्रक्रिया पर सवालिया निशान
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में दाखिले के लिए शुरू की गई लाटरी प्रणाली को मौजूदा समय में भी लागू रखना प्रतिभाशाली बच्चों के साथ अन्याय है। उनकी प्रतिभा का गला घोंटने के समान है। यही नहीं पूरी दाखिला प्रक्रिया पर सवालिया निशान खड़ा हो गया है।
ये जुआ प्रणाली बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ है
कहा कि लाटरी प्रणाली माने जुआ व्यवस्था। ऐसी जुआ प्रणाली से किशोरवय बच्चो का भविष्य बर्बाद करने की साजिश है। प्रवेश प्रक्रिया में पारदर्शिता होनी चाहिए। ऐेसे में इस लाटरी सिस्टम से दाखिले की प्रक्रिया को तत्काल प्रभाव से बंद किया जाए साथ ही 2015 से शुरू कुलपति कोटा और पेड कोटा को भी बंद किया जाए।