पूर्वांचल
लंपी और त्वचा रोग से पशुपालकों को मिलेगी निजात : डॉ. एस के श्रीवास्तव
सकलडीहा (चंदौली)। तेन्दुईपुर स्थित पशु चिकित्सालय पर शुक्रवार को पशु स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान पशुपालकों को पशुओं को होने वाली विभिन्न प्रकार की रोगों से निजात दिलाने के लिये जागरूक किया गया। इस मौके पर विभिन्न प्रकार की योजनाओं की जानकारी भी दिया गया।
उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. एस के श्रीवास्तव ने पशुपालकों को जानकारी देते हुए बताया कि, वर्तमान समय में पशुओं को कई तरह की बीमारियां हो रही है। जिसमें लम्पी त्वचा रोग, मवेशियों में होने वाला एक संक्रामक रोग है। यह एक वायरल त्वचा रोग है। जो पॉक्सविरीडे परिवार के नीथलिंग वायरस के कारण होता है। इस रोग के कारण पशुओं की त्वचा पर गांठें पड़ जाती हैं। लम्पी त्वचा रोग को गांठदार त्वचा रोग भी कहा जाता है। यह रोग मुख्य रूप से गायों और भैंसों को प्रभावित करता है। इस रोग से संक्रमित पशुओं के शरीर पर गांठें पड़ जाती हैं।
खास तौर पर सिर, गर्दन और जननांगों के आस-पास इस रोग से संक्रमित पशुओं को बुखार हो जाता है। इस रोग का संचरण खून चूसने वाले कीड़ों जैसे मक्खियों, मच्छरों और किलनियों के काटने से होता है। इस रोग से संक्रमित पशुओं की मृत्यु दर अनुमानित 1 से 5 प्रतिशत होती है। जिसका टीकाकरण पशु चिकित्सालय पर किया जा रहा है।