वाराणसी
रील्स देख रही थी युवती, अचानक फोन फ्रीज और खाते से उड़ गए हजारों रुपये

वाराणसी। साइबर जालसाजों ने एक बार फिर अपनी नई तकनीक से सभी को चौंका दिया है। सीरगोवर्धन की रहने वाली गरिमा मिश्रा के साथ ऐसी धोखाधड़ी हुई कि मात्र 50 सेकेंड में दो बार ट्रांजेक्शन कर उनके अकाउंट से 59 हजार रुपये गायब कर दिए गए। युवती का आरोप है कि वह अपने घर पर मोबाइल पर रील्स देख रही थीं, तभी अचानक उनका फोन फ्रीज हो गया। न तो टच काम कर रहा था और न ही फोन बंद हो पा रहा था। एक मिनट बाद मोबाइल अपने आप रिस्टार्ट हुआ और ट्रांजेक्शन के दो मैसेज आए।
पहले ट्रांजेक्शन में 8999 रुपये और दूसरे में 50 हजार रुपये कट चुके थे। घटना का अहसास होते ही गरिमा ने साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर कॉल किया और लंका थाने में मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने आईटी एक्ट की धारा 66D में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस का कहना है कि मोबाइल की तकनीकी जांच के साथ-साथ साइबर एक्सपर्ट्स की मदद ली जा रही है। जल्द ही आरोपियों की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी।
साइबर एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह मामला फोन को हैक करके ‘रीमोट फ्रीज’ करने और एक साथ बैंक ऐप्स तक पहुंच बना लेने का हो सकता है। इससे बचने के लिए मोबाइल सुरक्षा उपायों को सक्रिय रखना बेहद जरूरी है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, कुकीज को समय-समय पर डिलीट करना, हर ट्रांजेक्शन पर डायनामिक पिन या ओटीपी का प्रयोग और योनो जैसे ऐप्स का उपयोग ऑनलाइन सुरक्षा बढ़ा सकते हैं।
अगर आप भी साइबर ठगी का शिकार हो जाएं, तो तुरंत अपने बैंक को सूचित करें, साइबर हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराएं और FIR की प्रति संभाल कर रखें। RBI के नियमों के मुताबिक समय रहते जानकारी देने पर बैंक आपकी राशि को रिफंड करने के लिए बाध्य होता है।
साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक, नीचे दिए गए 10 टिप्स को अपनाकर ऑनलाइन हैकिंग से काफी हद तक बचा जा सकता है—
1. मजबूत पासवर्ड बनाएं:
हर अकाउंट के लिए अलग और कठिन पासवर्ड रखें जिसमें अक्षर, अंक और विशेष चिह्न हों।
2. टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का करें इस्तेमाल:
Gmail, Facebook, बैंकिंग ऐप्स जैसे अकाउंट्स में 2FA इनेबल करने से सुरक्षा दो गुनी हो जाती है।
3. अनजान लिंक से रहें दूर:
ईमेल, मैसेज या सोशल मीडिया पर आए किसी संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने से पहले पूरी जांच करें।
4. सॉफ्टवेयर को रखें अपडेटेड:
मोबाइल और कंप्यूटर में एंटीवायरस सहित सभी ऐप्स को समय-समय पर अपडेट करें।
5. सार्वजनिक Wi-Fi से सावधानी:
पब्लिक वाई-फाई का इस्तेमाल करते समय बैंकिंग जैसी गतिविधियों से बचें। बेहतर हो कि VPN का उपयोग करें।
6. केवल सुरक्षित वेबसाइट पर ट्रांजेक्शन करें:
https से शुरू होने वाली वेबसाइट पर ही लॉगिन करें और ब्राउज़र में लॉक आइकन जरूर देखें।
7. सोशल मीडिया पर कम जानकारी साझा करें:
अपनी जन्मतिथि, फोन नंबर या लोकेशन जैसी जानकारी शेयर करना हैकर्स को मौका दे सकता है।
8. पुराने अकाउंट्स को डिलीट करें:
जिन वेबसाइट्स का उपयोग नहीं करते, उनके अकाउंट्स को हटाएं।
9.पासवर्ड समय-समय पर बदलते रहें: खासकर तब जब किसी डेटा लीक की खबर आए।
10. साइबर अपराध की तुरंत करें शिकायत:
साइबर अपराध की शिकायत www.cybercrime.gov.in पर या 1930 पर कॉल कर दर्ज कराई जा सकती है।
देश के कई हिस्सों में हाल ही में मोबाइल के ज़रिए रील्स देखते वक्त फोन फ्रीज़ होने और पैसे गायब होने की घटनाएं सामने आई हैं, जिससे यह साफ़ हो गया है कि साइबर हमले अब किसी एक वर्ग तक सीमित नहीं रहे। ऐसे में सावधानी ही सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है।