अपराध
रिटायर्ड एयरफोर्स अफसर से एक करोड़ की साइबर ठगी

नोएडा। उत्तर प्रदेश के नोएडा में साइबर ठगी का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां रिटायर्ड एयरफोर्स अधिकारी मिश्री लाल से शातिर ठगों ने 1 करोड़ की रकम हड़प ली। खुद को सरकारी अधिकारी बताकर ठगों ने उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग के फर्जी केस में फंसाने की धमकी दी और ‘डिजिटल अरेस्ट’ में डालने का डर दिखाया। पीड़ित को पूरे 22 दिनों तक मानसिक कैद में रखा गया, जिससे वे किसी से बात भी नहीं कर पाए।
यह घटना 17 मई को शुरू हुई जब मिश्री लाल को एक अनजान कॉल आई, जिसमें खुद को TRAI का अधिकारी बताया गया। इसके बाद कॉल मुंबई के एक कथित पुलिस अफसर को ट्रांसफर कर दी गई, जिसने कहा कि उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हो चुका है और संपत्ति जब्त होने वाली है। डर और भ्रम की स्थिति में पीड़ित को नकली दस्तावेज वॉट्सऐप पर भेजे गए और वीडियो कॉल पर लगातार डराया गया।
ठगों की निगरानी में मिश्री लाल ने 20 मई से 12 जून के बीच छह अलग-अलग बैंक खातों में ₹1 करोड़ 2 हजार रुपये ट्रांसफर किए। 13 जून को जब ठगों का नंबर बंद मिला, तब जाकर उन्हें ठगी का एहसास हुआ। 14 जून को उन्होंने साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई और सभी सबूत पुलिस को सौंपे।
नोएडा साइबर थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और जिन बैंक खातों में पैसा गया है, उनकी लोकेशन और डिटेल्स जुटाई जा रही हैं। प्राथमिक जांच में यह सामने आया है कि खाते देश के अलग-अलग राज्यों में खोले गए हैं। पीड़ित का कहना है कि उन्हें दिन में कुछ घंटे की ही आजादी दी जाती थी और ठग फोन पर हर मूवमेंट की निगरानी करते थे। ठगों ने उन्हें इतना डरा दिया कि वे किसी को जानकारी भी नहीं दे सके।
पुलिस का कहना है कि इस हाई-प्रोफाइल साइबर फ्रॉड केस को प्राथमिकता से जांचा जा रहा है और जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी।