गाजीपुर
रामपुर माँझा थाना क्षेत्र बना अपराधियों की ऐशगाह, पुलिस की निष्क्रियता पर उठे सवाल
गाजीपुर (जयदेश)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सुशासन के वादों को रामपुर माँझा थाना क्षेत्र में खुली चुनौती मिल रही है। हाल ही में थाना क्षेत्र के चकेरी गांव में हुई एक घातक लूट और हत्या की कोशिश ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए हैं। एक दिन पहले हुए इस हमले में हमलावरों ने नीरज पाण्डेय (30 वर्ष) और श्वेतांक शर्मा (15 वर्ष) की गाड़ी छीनने की कोशिश की, जिसके बाद नीरज पाण्डेय गंभीर रूप से घायल हो गए। उनकी हालत अभी भी नाजुक बताई जा रही है और वह ट्रामा सेंटर में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं। हालांकि, दो दिन गुजरने के बाद भी पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की है।
घटना में शामिल आरोपी यशवंत सिंह (पुत्र संजय कुमार सिंह, देवचंदपुर), अभिषेक सिंह (पुत्र पराहू सिंह, मालिकशाहपुर), और गौरव सिंह (पुत्र अनिल सिंह उर्फ भूसी सिंह, चकेरी) के खिलाफ अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि यदि पुलिस घटना की रात सक्रिय रहती, तो आरोपियों की गिरफ्तारी संभव हो सकती थी। लोगों का आरोप है कि पुलिस की संदिग्ध भूमिका के कारण आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं और अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए हैं।
घटना के 24 घंटे भी नहीं हुए थे कि दुबैठा गांव में एक और घटना ने क्षेत्र में सनसनी मचा दी। पूर्व प्रधान प्रत्याशी अवधेश यादव (48 वर्ष) अपने खेत में सिंचाई कर रहे थे, तभी अज्ञात हमलावरों ने लाठी-डंडों से उन पर ताबड़तोड़ हमला किया। हमलावरों ने उनके सिर, कमर और रीढ़ की हड्डी पर प्रहार किए, जिससे अवधेश यादव वहीं अचेत होकर गिर पड़े। घायल अवस्था में उन्हें ट्रामा सेंटर बीएचयू भेजा गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, लेकिन हमलावरों की गिरफ्तारी अभी तक नहीं हो सकी है।
इन दोनों घटनाओं में रामपुर माँझा पुलिस की विफलता साफ नजर आ रही है। पहले जहां रामपुर माँझा थाना क्षेत्र में पुलिस की चौकसी सख्त थी, वहीं पिछले कुछ महीनों से रात के समय पुलिस का कोई अता-पता नहीं रहता। क्षेत्र में अपराधियों के गैंग सक्रिय हैं, जो लगातार लूट, छिनैती, मारपीट और गौकशी जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। पुलिस की निष्क्रियता और लापरवाही के कारण अपराधियों के हौसले दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं।
क्षेत्रवासियों का कहना है कि पुलिस की लापरवाही के कारण अपराधी संगठित हो रहे हैं और क्षेत्र में भय का माहौल बन गया है। आरोपियों की गिरफ्तारी और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर जनता में आक्रोश फैलता जा रहा है।
रामपुर माँझा थाना पुलिस को जल्द से जल्द इन आरोपियों की गिरफ्तारी और क्षेत्र में कानून व्यवस्था को पुनः स्थापित करने की आवश्यकता है।
