वायरल
रामनवमी पर रामलला के मस्तक पर सूर्य किरणों से अभिषेक

अयोध्या। राम मंदिर में भगवान राम के सूर्य तिलक की एक स्थाई व्यवस्था की जा रही है, जिससे हर दिन भगवान राम के मस्तक पर सूर्य की किरणों से तिलक किया जाएगा।
इस व्यवस्था से राम मंदिर के आंगन में एक नई धार्मिक अनुष्ठान की शुरुआत होगी। इसके साथ ही भगवान राम की जयंती, जो आगामी 6 अप्रैल को रामनवमी के दिन मनाई जाएगी, को लेकर भी तैयारियां जोरों पर हैं।राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने जानकारी दी कि इस विशेष सूर्य तिलक की स्थाई व्यवस्था का काम दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा।
इस दिन रामलला के मस्तक पर सूर्य की किरणों से अभिषेक किया जाएगा, जो विशेष रूप से दोपहर 12 बजे किया जाएगा। इस अभिषेक के दौरान सूर्य की किरणें सीधे भगवान राम के मस्तक पर पड़ेंगी, जिससे यह एक अद्वितीय धार्मिक अनुभव बनेगा।
राम मंदिर के इस अनूठे और महत्वपूर्ण कदम को लेकर श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह देखने को मिल रहा है। इस व्यवस्था का उद्देश्य न सिर्फ भगवान राम की पूजा को और भी भव्य बनाना है, बल्कि उनके प्रति श्रद्धा और सम्मान की भावना को भी और मजबूत करना है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सूर्य तिलक का अत्यधिक महत्व होता है, और इसे धार्मिक अनुष्ठानों में बहुत ही शुभ माना जाता है। इस प्रकार की विशेष व्यवस्था राम मंदिर में श्रद्धालुओं को एक नई दिशा देने का काम करेगी, जिससे अयोध्या में आने वाले भक्तों को एक आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त होगा।