वाराणसी
रामनगर बलुआ घाट पर खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की बड़ी छापेमारी, अवैध डेरी पर मारा छापा
वाराणसी। खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम ने रामनगर के बलुआ घाट स्थित एक अवैध डेरी पर छापेमारी की, जो बिना पंजीकरण के चल रही थी। खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को मिली सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई। छापेमारी के दौरान पाया गया कि डेरी में साफ-सफाई की स्थिति बहुत खराब थी और उत्पाद की गुणवत्ता भी बेहद निम्न स्तर की थी। अधिकारीगण ने पाया कि डेरी में दूध, पनीर और छेना की हालत बेहद खराब थी, जिसके कारण स्वास्थ्य और सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता उत्पन्न हो रही थी। इसके बाद अधिकारियों ने 200 लीटर दूध, 60 किलो पनीर और 10 किलो छेना को नष्ट कर दिया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, डेरी के मालिक प्रभाकर उपाध्याय अलीनगर मुगलसराय के निवासी हैं। वह पिछले कुछ वर्षों से रामनगर के बलुआ घाट पर “किसान डेरी” नाम से दूध, पनीर, छेना और गोवा का व्यापार कर रहे थे। यह डेरी बिना पंजीकरण के चल रही थी, जो खाद्य सुरक्षा मानकों के खिलाफ है।
खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि उन्हें इस अवैध डेरी के बारे में स्थानीय लोगों से कई शिकायतें मिली थीं, जिसके बाद इस पर छापेमारी की योजना बनाई गई थी।खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम में पंकज यादव, सुरेंद्र नारायण, राजेश कुमार और संतोष कुमार शामिल थे।
छापेमारी के दौरान अधिकारियों ने डेरी के संचालक से भी पूछताछ की और अवैध रूप से चल रही डेरी की स्थिति का जायजा लिया। अधिकारियों ने बताया कि भविष्य में ऐसे अवैध व्यापारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी ताकि लोगों को सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण खाद्य सामग्री मिल सके। इस कार्रवाई से यह भी स्पष्ट हुआ कि खाद्य सुरक्षा अधिकारियों का उद्देश्य खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित करना है, ताकि नागरिकों का स्वास्थ्य प्रभावित न हो।