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मुम्बई

रतन टाटा के अंतिम दर्शन को उमड़े मुंबईकर

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रतन टाटा की उपलब्धियों का वर्णन करने के लिए एक पूरी पुस्तक भी कम पड़ेगी- आरबीआई गवर्नर

मैंने माता-पिता के बाद अपना तीसरा अभिभावक खो दिया है- सुहेल सेठ

टाटा समूह के चेयरमैन और वरिष्ठ उद्योगपति रतन टाटा अब इस दुनिया में नहीं रहे। 86 साल की उम्र में अंतिम सांस लेने वाले रतन टाटा का नाम हर देशवासी बड़े सम्मान से लेता है। बुधवार देर रात मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन के बाद आज शाम 4 बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

इससे पहले दोपहर 3:30 बजे तक लोग NCPA लॉन में जाकर पार्थिव शरीर के दर्शन कर रहे। उनके निधन पर खेल, उद्योग,राजनीति और मनोरंजन जगत से कई लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है।

रतन टाटा की उपलब्धियों का वर्णन करने के लिए एक पूरी पुस्तक भी कम पड़ेगी – आरबीआई गवर्नर

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आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर कहा कि मैं यहां दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि देने आया हूं, रतन टाटा जी के बारे में दो बातें हैं जो सबसे अलग हैं। पहली यह कि वे एक सच्चे दूरदर्शी थे, दूसरी यह कि वे नैतिकता और कॉर्पोरेट प्रशासन में दृढ़ विश्वास रखते थे। आधुनिक भारत का आर्थिक इतिहास जब भी लिखा जाएगा, तब मुझे लगता है कि उनकी उपलब्धियों का वर्णन करने के लिए एक पूरी पुस्तक भी कम पड़ेगी। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे। बता दें कि RBI गवर्नर शक्तिकांत दास मुंबई के एनसीपीए लॉन पहुंचे थे।

अगर हम उनकी तरह 10% भी बन पाए, तो हम खुद को सौभाग्यशाली मानेंगे- अनुपम खेर


दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर अभिनेता अनुपम खेर ने कहा कि ऐसा लगता था कि रतन टाटा हमेशा हमारे जीवन में और हमारे आने वाले जीवन में रहेंगे। आप कुछ लोगों से हमेशा नहीं मिलते लेकिन उनकी उपस्थिति देश के बुनियादी ढांचे, देश के माहौल, अच्छाई में महसूस होती है। आज मैं कहूंगा कि देश ने एक ‘रत्न’ खो दिया है जिनका नाम रतन टाटा था। मुझे उनसे कुछ साल पहले लंदन में मिलने का अवसर मिला था… उनका उद्योगपति होना कभी दिखाई नहीं दिया, उनका दानशील स्वभाव हमेशा नजर आता था। उनकी अच्छाई, उनकी दान की विरासत हमारे लिए प्रेरणास्रोत रहेगी। वे अच्छाई के प्रतीक हैं, वे दक्षता के प्रतीक हैं, वे सिद्धांतों के प्रतीक हैं। वे हमें याद दिलाते हैं कि अगर हम उनकी तरह 10% भी बन पाए, तो हम खुद को सौभाग्यशाली मानेंगे।

मैंने माता-पिता के बाद अपना तीसरा अभिभावक खो दिया है- सुहेल सेठ

दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा के करीबी सहयोगी सुहेल सेठ ने उनके निधन पर कहा कि मैंने अपने माता-पिता के बाद आज अपना तीसरा अभिभावक खोया है,उन्होंने मुझे बहुत स्नेह दिया जबकि मैं कुछ भी नहीं हूं जबकि उनके पास पूरी दुनिया थी। जब बॉम्बे हाउस रेनोवेट हुआ तब रतन टाटा ने आग्रह किया कि एक एरिया सिर्फ कुत्तों के लिए होगा, यह इंसानियत है। इंसानियत वह नहीं है कि आप सिर्फ अपने लोगों में अच्छे रहे। 2022 में एयर इंडिया जब वापस आया तब उन्हें बहुत खुशी हुई थी।

महाराष्ट्र में ‘उद्योग रत्न’ पुरस्कार का नाम टाटा के नाम पर होगा – उदय सामंत

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दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर महाराष्ट्र सरकार में मंत्री उदय सामंत ने कहा कि रतन टाटा जी सिर्फ एक उद्योगपति नहीं थे बल्कि एक प्रतिबद्ध व्यक्ति थे, उन्होंने जो कहा वो किया। सामंत ने कहा कि उनकी स्मृति में हमने उद्योग रत्न पुरस्कार का नाम बदलकर रतन टाटा उद्योग रत्न पुरस्कार कर दिया है और हम मुंबई में बनने जा रही सबसे बड़ी इमारत, उद्योग भवन का नाम भी रतन टाटा के नाम पर रख रहे हैं।

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