वाराणसी
रक्षाबंधन की तारीख को लेकर बना है भ्रम, जान ले सही शुभ मुहूर्त अलग-अलग पंचांगों के अनुसार भिन्न भिन्न है ज्योतिषाचार्य की राय पंचांग मतभेद के कारण हिन्दू समाज त्योहार की तिथियों को लेकर होता है भ्रमित: – डाक्टर सीबी सिंह
वाराणसी। प्रति वर्ष की तरह इस बार भी रक्षाबंधन की तारीख एवं शुभ मुहूर्त को लेकर जनमानस में काफी भ्रम की स्थिति बनी हुई है। कुछ ज्योतिषाचार्य लोग 11 अगस्त को रक्षाबंधन बता रहे हैं तो कुछ 11 अगस्त को त्योहार होने का दावा कर रहे हैं। इस सम्बंध में अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त ज्योतिषाचार्य डॉ. चन्द्रभान सिंह ( डॉ.सीबी सिंह) ने एक विशेष बातचीत के दौरान रक्षाबंधन की तारीख, भद्रा का साया और राखी बांधने के सभी शुभ मुहूर्त के बारे में विस्तार से बताते हैं। उन्होंने बताया कि 12 अगस्त को पूर्णिमा एवं एक्कम लग रहा है इसलिए यह तिथि विवादित होने के कारण 11 अगस्त को ही रक्षाबंधन मनाया जाएगा। महाबीर पंचांग के अनुसार 12 अगस्त को सुबह 7.16 तक पंचक लगा रहेगा। पंचांग ऋषिकेश के अनुसार 11 अगस्त को ही
रक्षाबंधन की शुभ तिथि है। सुबह 7.16 मिनट से 10.30 बजे तक शुभ मुहूर्त माना जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि पंचांग मतभेद के कारण और विभिन्न-विभिन्न प्रकार के पंचांग होने के कारण हिन्दू समाज हर त्योहार की तिथियों को लेकर भ्रमित हो रहा है। वहीं अन्य ज्योतिषाचार्य का कहना है कि हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन की पूर्णिमा तिथि 11 अगस्त 2022 को सुबह 10 बजकर 38 मिनट से प्रारंभ होगी और अगले दिन यानी 12 अगस्त को सुबह 7 बजकर 6 मिनट पर समाप्त होगी। लेकिन रक्षाबंधन का त्योहार 11 अगस्त को ही मनाया जाएगा। इस बार रक्षाबंधन पर राखी बांधने के तीन शुभ मुहूर्त भी बनेंगे।
रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त- दोपहर 12.06 से 12.57 तक
अमृत काल मुहूर्त – शाम 6.55 से रात 8.20 तक
ब्रह्म मुहूर्त- सुबह 04.29 से 5.17 मिनट
रक्षाबंधन पर शुभ योग
आयुष्मान योग- 10 अगस्त को शाम 7.35 से 11 को दोपहर 3.31 तक
रवि योग- 11 अगस्त को सुबह 5.30 से 6.53 तक
शोभन योग- 11 अगस्त को 3.32 से 12 अगस्त को 11.33 तक
रक्षाबंधन पर भद्रा का साया
ज्योतिषाचार्य डाक्टर सी.बी. सिंह का कहना है कि इस साल रक्षाबंधन का त्योहार भद्रा के साये में मनाया जाएगा।11 अगस्त यानी रक्षाबंधन के दिन शाम 5 बजकर 17 मिनट से भद्रा का साया रहेगा। भद्रा का साया सुबह 5.17 से लेकर 6.18 तक रहेगा। इसके बाद 6.18 से रात 8 बजे तक मुख भद्रा रहेगी। इस दिन भद्रा का साया पूर्ण रूप से रात 8 बजकर 51 मिनट पर खत्म होगा।