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यूपी मे सीएम भूपेश बघेल पर एफआईआर ,छत्तीसगढ़ मे सियासत तेज
रायपुर। छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल पर उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन की ओर से रविवार को कोविड नियमों के उल्लंघन करने के कारण एफआईआर दर्ज कराई गई थी। जिसको लेकर छत्तीसगढ़ मे भी सियायत तेज हो गई है। छत्तीसगढ़ मे भी सियासी बयानबाजियां सामने आ रही हैं।
राजनाथ सिंह के बेटे के खिलाफ प्रचार करेंगे तो यही होगा: सीएम भूपेश गौरतलब है कि रविवार को बघेल ने उत्तर प्रदेश गौतमबुद्ध नगर मे चुनाव आयोग के निर्देशों की अनदेखी करते हुए नोयडा से कांग्रेस प्रत्याशी पंखुड़ी पाठक के पक्ष मे डोर टू डोर कैंपेन में हिस्सा लिया था। उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्रवाई पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा है कि डोर टू डोर प्रचार मे सिर्फ चार नेता ही थे, लेकिन उन्हें देखकर लोगों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। बघेल ने कहा कि लोगों का आना ही यह बताने के लिए काफी है कि कांग्रेस के प्रति लोगों का झुकाव कितना बढ़ा है। उन्होंने कहा था कि जब आप राजनाथ सिंह के बेटे के खिलाफ प्रचार मे हिस्सा लेंगे तो यही होगा।
सीएम भूपेश बघेल पर एफआईआर दर्ज होने के मामले पर छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने यूपी की योगी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि हमारे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल यूपी चुनाव प्रचार प्रसार में गए हुए हैं। यूपी की योगी सरकार कांग्रेस से डरी हुई है, इसलिए मुख्यमंत्री के ऊपर एफआईआर दर्ज हुई है। मरकाम ने कहा कि चुनाव आयोग के गाइडलाइन के मुताबिक डोर टू डोर कैंपेन कर सकते हैं और 300 की संख्या मे एक हॉल मे सभा ले सकते हैं। सीएम भूपेश बघेल ने इन्ही नियमों के तहत प्रचार प्रसार किया है। मरकाम ने कहा कि योगी सरकार का सत्ता से जाना तय है, इसी कारण वह इस तरह से हथकंडे अपना रही है।
वहीं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव ने मामले मे कहा है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर नोएडा सेक्टर-113 मे दर्ज एफआईआर को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम और कांग्रेस के दीगर लोगों की टिप्पणी अमर्यादित है। अनुराग सिंहदेव ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मरकाम ने मुख्यमंत्री बघेल पर हुई एफआईआर के लिए उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर खीझ निकालकर अपने मानसिक असंतुलन और वैचारिक शून्यता का ही प्रमाण पेश किया है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव ने कहा कि उत्तरप्रदेश मे अब चुनाव आयोग की सरकार काम कर रही है और उसने मुख्यमंत्री बघेल को कोविड गाइडलाइन का उल्लंघन करते पाया, इसलिए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। प्रदेश के कांग्रेस नेता यह बात अच्छी तरह गाँठ बांध लें कि उत्तरप्रदेश में कानून का राज है और कानून से बढ़कर कोई नहीं हो सकता। छत्तीसगढ़ मे सत्ता की धौंस दिखाकर कानून और कोरोना गाइडलाइन की खुलेआम धज्जियाँ उड़ाते कांग्रेस के लोगों को कानून का सम्मान करने की आदत डाल लेनी चाहिए।