चन्दौली
युवा पत्रकार की हत्या से आक्रोश, चंदौली में पत्रकारों ने निकाला मौन जुलूस
कलेक्ट्रेट प्रभारी विराग पांडेय के माध्यम से राष्ट्रपति को सौंपा ज्ञापन
चंदौली। छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार के खिलाफ खबर प्रकाशित करने पर युवा पत्रकार मनीष चंद्राकर की ठेकेदार द्वारा हत्या किए जाने की घटना ने पत्रकारों में गहरा आक्रोश भर दिया है। सोमवार को चंदौली में राष्ट्रीय पत्रकार संघ भारत के जिलाध्यक्ष सुनील सिंह के नेतृत्व में पत्रकारों ने पं. कमलापति त्रिपाठी चिकित्सालय से मौन जुलूस निकालकर नगर भ्रमण करते हुए डीएम कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया। डीएम की अनुपस्थिति में कलेक्ट्रेट प्रभारी विराग पांडेय को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग
राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष धीरेन्द्र सिंह ‘शक्ति’ ने कहा कि मनीष चंद्राकर की हत्या चौथे स्तंभ पर सीधा हमला है। उन्होंने कहा कि पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जल्द से जल्द पत्रकार सुरक्षा कानून बनाया जाना चाहिए। श्री सिंह ने मांग की कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए, ताकि मनीष चंद्राकर को सच्ची श्रद्धांजलि मिल सके।
जिलाध्यक्ष सुनील सिंह ने कहा कि पत्रकार के हत्यारों को फांसी की सजा दी जानी चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि दोषियों को न्यायपूर्ण सजा नहीं मिली, तो पत्रकार संघ आंदोलन को तेज करने पर मजबूर होगा।
इस दौरान पत्रकारों ने हाथों में नारे लिखी तख्तियां लेकर और काली पट्टी बांधकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। पत्रकारों ने एक स्वर में यह संदेश दिया कि मनीष चंद्राकर की हत्या केवल एक व्यक्ति पर हमला नहीं, बल्कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर सीधा प्रहार है। उनकी न्याय की लड़ाई जारी रहेगी।
इस मौके पर जलील अंसारी, राममनोहर तिवारी, संजय प्रताप सिंह, जमीर अहमद खां, सेनापति कुमार मौर्य, डा. अशोक मिश्र, सुदर्शन सहाय, नागेन्द्र सिंह, अनिल कुमार सेठ, संदीप निगम, कृष्णमोहन गुप्ता, हनुमान केशरी, अख्तर अली, मदन चौरसिया, अभिषेक जायसवाल सहित बड़ी संख्या में पत्रकार उपस्थित रहे।