वाराणसी
युवाओं को बनाएंगे पुलिस मित्र और ब्रांड एंबेसडर : मोहित अग्रवाल
छात्र-पुलिस अनुभवात्मक अधिगम कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ
वाराणसी। शुक्रवार को वाराणसी ट्रैफिक पुलिस लाइन सभागार में छात्र-पुलिस अनुभवात्मक अधिगम कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने कार्यक्रम के द्वितीय चरण का शुभारंभ किया। युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के सहयोग से आयोजित इस 30 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को पुलिस मित्र और ब्रांड एंबेसडर बनाना है।
30 दिन, 120 घंटे का प्रशिक्षण
स्नातक स्तर के छात्र-छात्राओं को 30 दिनों तक प्रतिदिन 4 घंटे का अनुभवात्मक प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें कानून, आपराधिक प्रक्रिया, यातायात नियंत्रण, साइबर क्राइम, मानव तस्करी, और कानून-व्यवस्था जैसे विषयों पर ज्ञान दिया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान इंटर्न को संज्ञानात्मक और लोक कौशल सुधारने के लिए विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन मिलेगा।

इंटर्न को रिजर्व पुलिस लाइन्स, साइबर थाना, पुलिस कंट्रोल रूम, फायर स्टेशन, महिला थाना, नारकोटिक्स सेल, और मीडिया सेल जैसे विभागों का भ्रमण कराया जाएगा। साथ ही, इन स्थानों पर अधिकारियों द्वारा ब्रीफिंग कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
सामाजिक मीडिया के जरिए साझा होंगे अनुभव
पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने कहा कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने उच्च शिक्षा में अनुभवात्मक अधिगम कार्यक्रम को अनिवार्य कर दिया है। इस कार्यक्रम के तहत छात्रों को दो क्रेडिट प्वाइंट्स मिलेंगे। कमिश्नर ने कहा, यह कार्यक्रम युवाओं को अच्छा नागरिक बनने और पुलिस की कार्यप्रणाली समझने में मदद करेगा। छात्र-छात्राएं अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पुलिस से जुड़े अनुभव साझा करेंगे। इसके अलावा, उन्हें UPCOP ऐप के उपयोग की जानकारी दी जाएगी।
कार्यक्रम में शामिल अधिकारी
कार्यक्रम में काशी विद्यापीठ के एनएसएस कोऑर्डिनेटर रविंद्र कुमार, ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर डॉ. के एजिलरसन, डीसीपी वरुणा चंद्रकांत मीणा, एडीसीपी वरुणा जोन टी. सरवणन, एडीसीपी ममता रानी, एसीपी गौरव कुमार, एसीपी संजीव कुमार शर्मा समेत अन्य नोडल अफसर और पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।
