मिर्ज़ापुर
“मौनी अमावस्या और विशेष स्नान पर तीर्थ यात्रियों की बेहतर सुविधा करें सुनिश्चित” : मंडलायुक्त

प्रसाद दुकानों पर रेट लिस्ट लगवाने और खाद्य पदार्थों की जांच नियमित करने का निर्देश
मिर्जापुर। मंडलायुक्त विन्ध्याचल मंडल बालकृष्ण त्रिपाठी ने प्रशासनिक भवन, विन्ध्याचल में मौनी अमावस्या एवं अन्य विशेष स्नान तिथियों पर श्रद्धालुओं की संभावित भीड़ को देखते हुए तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में उप पुलिस महानिरीक्षक आर.पी. सिंह, जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन और पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
मंडलायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि श्रद्धालुओं को दर्शन और स्नान में किसी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने ड्यूटी में तैनात मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारियों को पूरी निष्ठा और सेवा भाव से कार्य करने की अपील की।
सड़कों और यातायात के लिए निर्देश
एनएच के अधिशासी अभियंता को मिर्जापुर-प्रयागराज हाईवे पर रिफ्लेक्टर और सफेद पट्टी लगाने के निर्देश दिए गए। यह सुनिश्चित करने को कहा गया कि 27 जनवरी 2025 से पहले सभी कार्य पूरे हो जाएं। रेलवे स्टेशन मिर्जापुर और विन्ध्याचल पर भीड़ को संभालने के लिए 5 विशेष ट्रेनों की व्यवस्था की गई है।
साफ-सफाई और मूलभूत सुविधाएं
नगर पालिका अधिशासी अधिकारी को निर्देश दिया गया कि रैन बसेरों की साफ-सफाई, घाटों पर चेंजिंग रूम, अस्थायी शौचालय, बैरिकेडिंग, और पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। घाटों पर सुझाव पेटिका लगाने और श्रद्धालुओं की समस्याओं का समाधान करने के लिए भी कहा गया।
स्वास्थ्य सेवाओं की तैयारी
मुख्य चिकित्साधिकारी ने जानकारी दी कि 6 प्राइवेट एम्बुलेंस और मेडिकल कैंप लगाए गए हैं। मंडलायुक्त ने इन कैंपों में जीवन रक्षक दवाएं उपलब्ध रखने और अस्पतालों में बेड की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मिर्जापुर-प्रयागराज मार्ग पर गैपुरा और जिगना थाना के पास एक-एक एम्बुलेंस तैनात रहेगी।
सुरक्षा व्यवस्था
उप पुलिस महानिरीक्षक आर.पी. सिंह ने निर्देश दिए कि पुलिस अधिकारी मजिस्ट्रेट के साथ समन्वय बनाकर ड्यूटी पर समय से पहुंचें। किसी भी अधिकारी के बिना प्रतिस्थानी के ड्यूटी छोड़ने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। विन्ध्याचल क्षेत्र के सभी सीसीटीवी कैमरों की जांच कर उन्हें ठीक करने के निर्देश दिए गए।
मंदिर क्षेत्र में विशेष प्रबंध
जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने कहा कि बिना भेदभाव के सभी श्रद्धालुओं को समान रूप से दर्शन का अवसर दिया जाए। चरण स्पर्श और झांकी स्थल पर दीपक जलाने पर पूर्णत: प्रतिबंध रहेगा। मंदिर परिसर में जूता पहनकर प्रवेश निषिद्ध रहेगा। निर्माणाधीन घाटों पर स्नान पर रोक लगाने और गोताखोर, नाव, एवं एनडीआरएफ की तैनाती सुनिश्चित करने को कहा गया।
प्रसाद दुकानों पर रेट लिस्ट लगवाने और खाद्य पदार्थों की जांच नियमित करने का निर्देश दिया गया। पूड़ी-सब्जी के स्टॉल का दर 10 निर्धारित किया गया। अष्टभुजा और कालीखोह मंदिर परिसर की सफाई व्यवस्था पर भी विशेष ध्यान देने को कहा गया।
बैठक में अपर जिलाधिकारी शिव प्रताप शुक्ल, अपर पुलिस अधीक्षक नक्सल ओम प्रकाश सिंह, नगर मजिस्ट्रेट लाल बहादुर सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सी.एल. वर्मा और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।