वाराणसी
मृत महिला को जिंदा बताकर लोन पास, मिलीभगत से हड़पा मकान

वाराणसी। अमेरिका में रह रही महिला की मौत के बाद उसके नाम पर 15 लाख रुपये का लोन स्वीकृत कराने और फिर उसे नवीनीकृत कराने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। कैंट थाने में इस मामले में केनरा बैंक बांसफाटक शाखा के अज्ञात कर्मचारियों और एक स्थानीय महिला समेत उसके पति पर एफआईआर दर्ज की गई है।
बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से हड़पा मकान, फर्जी दस्तावेज बने आधार
पीड़ित अतहर जलील, जो अमेरिकी नागरिक हैं, ने बताया कि उनकी मां सफिया जलील का देहांत 18 अक्टूबर 2003 को अमेरिका में हुआ था। वे लंबे समय से बीमार थीं। उनकी वसीयत के अनुसार, वाराणसी के नदेसर स्थित मकान सहित सभी संपत्ति उनके बेटों के नाम की गई थी।
अतहर जलील का आरोप है कि वर्ष 2004 में नेहाल नैयर नामक व्यक्ति ने एक महिला को उनकी मृत मां सफिया जलील के रूप में पेश किया। सदर तहसील से फर्जी प्रमाण पत्र बनवाए गए और केनरा बैंक की बांसफाटक शाखा में उसे गारंटर के रूप में प्रस्तुत किया गया। इसके आधार पर “मारुति जोन” नामक फर्म के नाम से 15 लाख रुपये की सीसी लिमिट पास करवाई गई।
बिना सत्यापन के लोन का नवीनीकरण
आश्चर्यजनक रूप से 2006 में उसी लोन को बिना किसी तथ्यात्मक जांच के नवीनीकृत भी कर दिया गया। इस दौरान बैंक अधिकारियों ने कोई दस्तावेजी सत्यापन नहीं किया और न ही मृत महिला की स्थिति की पुष्टि की।
डीआरटी में चला मुकदमा, तब भी हुआ फर्जी दावा
बाद में जब यह मामला ऋण वसूली अधिकरण (डीआरटी), इलाहाबाद पहुंचा तो नेहाल नैयर ने वहां भी फर्जी दावा किया कि वह और उसकी मां ही सफिया जलील की वैध उत्तराधिकारी हैं। जबकि सफिया की वास्तविक वसीयत में अतहर जलील और अन्य बेटों को ही उत्तराधिकारी बताया गया है।
बैंककर्मियों की भूमिका संदिग्ध, एफआईआर दर्ज
अतहर जलील द्वारा जुटाए गए साक्ष्यों के अनुसार, बैंककर्मियों ने जानबूझकर इस साजिश का हिस्सा बनते हुए आर्थिक लाभ के लिए फर्जी कागजातों को स्वीकार किया और लोन की मंजूरी दी। इस संबंध में कैंट थाना प्रभारी निरीक्षक राजकुमार शर्मा ने बताया कि पीड़ित की शिकायत और उपलब्ध दस्तावेजों के आधार पर साजिया जमील और बैंक शाखा के अज्ञात कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
मकान की नीलामी की तैयारी से खुला मामला
मकान की नीलामी की तैयारी चल रही थी, तभी अतहर जलील को इसकी जानकारी मिली और उन्होंने कानूनी कार्रवाई शुरू की। फिलहाल पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और बैंककर्मियों की भूमिका की छानबीन जारी है।