वाराणसी
मुकुंद लाल अग्रवाल की स्मृति में निःशुल्क मोतियाबिंद ऑपरेशन मेगा शिविर सम्पन्न
वाराणसी। नाइक एनर्जी मैन्युफैक्चरिंग प्राइवेट लिमिटेड द्वारा स्व. मुकुंद लाल अग्रवाल की पुण्य स्मृति में आयोजित निःशुल्क नेत्र परीक्षण एवं मोतियाबिंद ऑपरेशन मेगा शिविर (लेन्स प्रत्यारोपण सहित) शनिवार, 15 नवम्बर 2025 को उत्साहपूर्वक सम्पन्न हुआ। यह शिविर हिन्दू सेवा सदन चिकित्सालय, बॉसफाटक, वाराणसी के सहयोग से नाइक एनर्जी मैन्युफैक्चरिंग प्रा. लि. के परिसर (प्लॉट नं. 279, गणेशपुर, तरना) में आयोजित किया गया, जिसमें सुबह से ही बड़ी संख्या में मरीज पहुंचे।
शिविर में वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. अभिषेक चंद्रा की अगुवाई में मरीजों का नेत्र परीक्षण किया गया और आवश्यकता अनुसार चयनित रोगियों को मोतियाबिंद ऑपरेशन हेतु सूचीबद्ध किया गया। कुल 78 मरीज मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए तथा 205 मरीजों को चश्मा प्रदान करने के लिए चयनित किए गए। इसके साथ 105 मरीजों को आवश्यक दवाइयाँ निःशुल्क प्रदान की गईं।
राजेन्द्र मोहन शाह (सचिव, प्रबंध समिति, हिन्दू सेवा सदन चिकित्सालय) ने बताया कि “शिविर में लोगों की भारी भागीदारी समाज में नेत्र स्वास्थ्य के प्रति बढ़ती जागरूकता को दर्शाती है। हमारा प्रयास है कि कोई भी व्यक्ति आर्थिक अभाव के कारण उपचार से वंचित न रहे।”
अशोक कुमार गुप्ता (अध्यक्ष, प्रबंध समिति, हिन्दू सेवा सदन चिकित्सालय) ने कहा कि “बड़ी संख्या में पहुंचे लोगों ने यह प्रमाणित किया कि समाज में नेत्र चिकित्सा सेवाओं की अत्यंत आवश्यकता है। भविष्य में भी हम ऐसे शिविरों के माध्यम से अधिक से अधिक जरूरतमंद लोगों तक गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएँ पहुँचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
डॉ. अभिषेक चंद्रा ने कहा कि “समय पर मोतियाबिंद का उपचार होने से दृष्टि पूरी तरह सामान्य हो सकती है। आज कई मरीज ऐसे पहुंचे जिन्हें वर्षों से जांच और उपचार की आवश्यकता थी। यह शिविर उनके लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध हुआ।”
भानू अग्रवाल (संस्थापक, नाइक एनर्जी मैन्युफैक्चरिंग प्रा. लि.) ने कहा कि “यह शिविर स्व. मुकुंद लाल अग्रवाल जी के समर्पित सामाजिक आदर्शों को स्मरण करने का अवसर था। समाज सेवा के प्रति उनकी प्रेरणा आज भी हमें ऐसे जनकल्याणकारी कार्यक्रमों के लिए उत्साहित करती है। इस आयोजन को सफल बनाने में हिन्दू सेवा सदन चिकित्सालय का सहयोग अत्यंत महत्वपूर्ण रहा।”
शिविर के संचालन में अनिल रस्तोगी, नरेन्द्र भुरारिया, विनोद खोटक, सत्यप्रकाश जालान, सतीश सेठ सहित अनेक सहयोगियों का योगदान सराहनीय रहा।
