वाराणसी
मिड-डे मील घोटाला: प्रधानाचार्य शैल कुमारी निलंबित, अनियमितताएं उजागर

वाराणसी। काशी विद्यापीठ शिक्षा क्षेत्र के कंपोजिट विद्यालय महेशपुर में मिड-डे मील घोटाले और शिक्षकों के साथ दुर्व्यवहार के गंभीर आरोपों के चलते प्रभारी प्रधानाचार्य शैल कुमारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। दो सदस्यीय जांच समिति की रिपोर्ट में शैल कुमारी को प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया। रिपोर्ट में छात्र उपस्थिति में हेराफेरी, खराब गुणवत्ता वाला भोजन परोसने, शिक्षण कार्य में लापरवाही और विद्यालय की संपत्ति जैसे ट्री गार्ड, साइकिल व हैंडपंप पाइप बेचने तक के आरोप सामने आए हैं।
खंड शिक्षा अधिकारी नगर क्षेत्र और बड़ागांव द्वारा की गई जांच में मिड-डे मील रजिस्टर में दर्ज संख्या और वास्तविक उपस्थिति में बड़ा अंतर पाया गया। मात्र 342 छात्रों की उपस्थिति के बावजूद रजिस्टर में अतिरिक्त 141 बच्चों की एंट्री दिखाकर खाद्यान्न और 1,099 रुपये की राशि का अनुचित उपयोग किया गया। विद्यालय में सिर्फ 12 किलो चावल और अनुपात में कम सब्जी का उपयोग हुआ, जो मिड-डे मील मानकों के खिलाफ है।
प्रभार को लेकर विवाद भी सामने आया, जहां वरिष्ठता सूची में छठे स्थान पर होने के बावजूद शैल कुमारी को जिम्मेदारी दी गई थी जबकि तीसरे क्रम की शीला यादव प्रभार लेने को तैयार थीं। इसके बावजूद शैल कुमारी ने उन्हें प्रभार नहीं सौंपा, जो स्पष्ट रूप से अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना है।
शैल कुमारी के खिलाफ शिक्षकों और अभिभावकों की संयुक्त शिकायत के बाद की गई इस जांच में उनके आचरण को शिक्षक व कर्मचारी सेवा आचरण नियमावली के विरुद्ध पाया गया है। निलंबन के दौरान उन्हें काशी विद्यापीठ के ब्लॉक संसाधन केंद्र से संबद्ध किया गया है और अब उनके खिलाफ आगे की विभागीय कार्रवाई की जाएगी। मामले की जांच खंड शिक्षा अधिकारी हरहुआ को सौंपी गई है।