अपराध
माह भर बीतने के बाद भी पुलिस नहीं लगा पाई लापता किशोरी का सुराग
वाराणसी। शिवपुर थाना क्षेत्र के दनियालपुर गांव के रहने वाले संतोष पाल ने अपनी बेटी खुशी की गुमशुदगी की रिपोर्ट शिवपुर थाने में दर्ज कराई। लेकिन पुलिस की कार्यप्रणाली इतनी सुस्त है की घटना के एक महीने बाद भी अभी तक लापता हुई बिटिया का सुराग नहीं मिला।
जानकारी के अनुसार पीड़ित संतोष पाल ने बताया कि, उनकी बिटिया खुशी 12 अप्रैल को सुबह 5:00 बजे शौच करने घर से बाहर गई थी लेकिन वापस घर नहीं आयी। हम सब ने उसको ढूंढने का काफी प्रयास किया लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला।
इसके तुरंत बाद मैं शिवपुर थाने पहुंचा और थाना प्रभारी से एफआईआर दर्ज करने को कहा, तो उन्होंने यह कहते हुए एफआईआर दर्ज करने से मना कर दिया कि, “जाओ पहले अपने लड़की को रिश्तेदारी और परिचितों के यहां ढूंढकर आओ।”
अपनी बिटिया को खोजने के क्रम में मुझे पता चला कि, पिसौर गांव का एक लड़का जिसका नाम सुनील कुमार राजभर है, वह मेरी बिटिया को रास्ते में आते-जाते समय रोकता था और उससे जबरन बात करने का कोशिश करता था। कुछ दिन पहले भी उसने मेरी बेटी को परेशान किया था। तब मैंने सुनील के घर वालों से शिकायत की और सुनील ने परिवार और गांव समाज के सामने बोला कि, वह दोबारा ऐसा नहीं करेगा।
मैंने शिवपुर पुलिस को इन सभी तथ्यों से अवगत कराया और सुनील के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज करने को कहा। लेकिन पुलिस ने बिना किसी तफ्तीश के खानापूर्ति करते हुए अज्ञात के खिलाफ गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करने को तैयार हुई। इस घटना को एक महीने से ज्यादा हो गए हैं लेकिन पुलिस के हाथ अभी तक खाली है।
सुनील ने कुछ दिन पहले मेरी बेटी को एक मोबाइल दिलाया था और सुनील अपने मोबाइल नंबर 9120199010 से अक्सर मेरी बेटी से बात करता था। जिस दिन मेरी बेटी लापता हुई उस दिन भी सुनील ने मेरी बेटी से फोन पर बात किया था।
यदि शिवपुर पुलिस, सुनील के मोबाइल का कॉल रिकॉर्ड निकाले तो मेरी बेटी मुझे मिल सकती है। लेकिन फिर भी पुलिस इस गंभीर विषय पर कोई कार्यवाही नहीं कर रही है। मेरा शिवपुर पुलिस और उच्च स्तरीय अधिकारियों से निवेदन है कि इस घटना का संज्ञान लें और सुनील कुमार को गिरफ्तार करते हुए उससे कड़ाई से पूछताछ करें।