Connect with us

वाराणसी

महिला अपराधों पर सख्त और जनसरोकार में संवेदनशील थानाध्यक्ष : लेडी सिंघम निकिता सिंह

Published

on

वाराणसी। जनपद की पुलिस व्यवस्था में एक सशक्त और सजग नाम के रूप में उभर कर सामने आई हैं लोहता थानाध्यक्ष निकिता सिंह। अपनी कुशल नेतृत्व क्षमता, अनुशासनप्रियता और कर्तव्यनिष्ठा के बल पर वे अपराधों खासकर महिला अपराधों पर नकेल कसने में लगातार सफल रही हैं।

निकिता सिंह शासन की “जीरो टॉलरेंस” नीति को पूरी गंभीरता के साथ अपने थाना क्षेत्र में लागू कर रही हैं। महिलाओं से जुड़े अपराधों पर वे त्वरित एक्शन लेने के लिए जानी जाती हैं। उनके नेतृत्व में पुलिस का काम सिर्फ कागजों तक सीमित नहीं रहता, बल्कि हर शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई सुनिश्चित की जाती है। यही कारण है कि आमजन विशेषकर महिलाएं बेझिझक अपनी समस्याएं लेकर थाने पहुंचती हैं।

पूर्व में एक थाने पर तैनाती के दौरान उन्होंने संवेदनशीलता और तत्परता का परिचय देते हुए एक विवाहिता को आत्महत्या करने से रोका था। महिला अपने दो मासूम बच्चों के साथ जान देने जा रही थी। निकिता सिंह ने जीरो एफआईआर दर्ज कर मामले में सुदूर राज्य के आरोपी युवक पर कार्यवाही की और महिला की जान बचाई। इस सराहनीय कदम की खूब प्रशंसा हुई।

Advertisement

फिलहाल वे मुस्लिम बहुल संवेदनशील थाना क्षेत्र लोहता की कमान संभाल रही हैं और उनकी तैनाती के बाद से क्षेत्र में शांति और कानून व्यवस्था में सुधार महसूस किया जा रहा है। क्षेत्रीय जनता भी उन्हें भरपूर सहयोग देती है, जिसका कारण है उनकी निष्पक्ष और सख्त कार्यशैली।

थानों पर जहां आमतौर पर कई शिकायतें अनदेखी रह जाती हैं, वहीं निकिता सिंह के थाने पर हर तहरीर पर अक्षरशः एफआईआर दर्ज होती है। यही कार्यशैली उन्हें आमजन के बीच ‘लेडी सिंघम’ के नाम से लोकप्रिय बनाती है।

निकिता सिंह की कार्यशैली युवा महिला अधिकारियों के लिए प्रेरणास्त्रोत है और यह साबित करती है कि संवेदनशीलता और सख्ती अगर एक साथ हो तो पुलिसिंग में बेहतरीन परिणाम सामने आते हैं।

Copyright © 2024 Jaidesh News. Created By Hoodaa