मिर्ज़ापुर
महाराणा सांगा के अपमान पर उबला क्षत्रिय समाज, सपा दफ्तर के घेराव की तैयारी

मिर्जापुर। समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन द्वारा वीर शिरोमणि महाराणा सांगा पर की गई कथित अपमानजनक टिप्पणी के विरोध में क्षत्रिय समाज में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को वसंत विहार मैरिज लॉन, मिर्जापुर में आयोजित क्षत्रिय महापंचायत में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा एवं करणी सेना ने एकजुट होकर आगामी रणनीति पर विचार किया और कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए।
महापंचायत में लिए गए फैसले के अनुसार, आगामी 12 अप्रैल को मिर्जापुर जनपद में एक विशाल प्रदर्शन किया जाएगा। जीआईसी मैदान में क्षत्रिय समाज के हजारों लोग एकत्रित होंगे, जहां से पदयात्रा के माध्यम से समाजवादी पार्टी के लोहिया ट्रस्ट कार्यालय पर पहुंचकर पुतला दहन किया जाएगा। इसके बाद जिला मुख्यालय का घेराव भी प्रस्तावित है।
कार्यक्रम संयोजक एडवोकेट दिलीप सिंह गहरवार ने कहा कि, “समाजवादी पार्टी लगातार क्षत्रिय महापुरुषों के विरुद्ध अपमानजनक टिप्पणियां कर रही है। यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। 2027 के चुनाव में इसका करारा जवाब दिया जाएगा।”
अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के जिला अध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने कहा, “जब तक सांसद रामजी लाल सुमन सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगते और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव इस पर अपना स्पष्ट रुख नहीं रखते, तब तक क्षत्रिय समाज शांत नहीं बैठेगा। हमारे वीर महापुरुषों की वीरता पर कोई भी प्रश्नचिन्ह लगाएगा, तो उसे लोकतांत्रिक दायरे में रहते हुए मुंहतोड़ जवाब मिलेगा। अगर लोकतंत्र की मर्यादा न होती, तो ऐसा जवाब दिया जाता जिसे पीढ़ियां याद रखतीं।”
इस महापंचायत में वक्ताओं ने एक स्वर में रामजी लाल सुमन की निंदा की और समाजवादी पार्टी को “क्षत्रिय विरोधी पार्टी” करार दिया। वक्ताओं ने कहा कि “सपा समाज में जातीय वैमनस्य फैलाकर राजनीति करना चाहती है, लेकिन क्षत्रिय समाज अब जागरूक है और इसे कामयाब नहीं होने देगा।”
राजेश सिंह राष्ट्रवादी, श्याम सिंह, सुधीर कुमार सिंह, अमर बहादुर सिंह, ज्ञान सिंह, संजय सिंह गहरवार, धवल सिंह, राजीव कुमार सिंह, ठाकुर प्रिंस सिंह, एडवोकेट त्रिभुवन सिंह, नीरज भोला सिंह, अशोक सिंह, ज्ञान बहादुर सिंह, अभिनव सिंह, सुजीत सिंह, अखिलेश सिंह, रामसुभग सिंह, अनिल सिंह, कमल नयन सिंह, ओम प्रकाश सिंह, प्रदीप सिंह, प्रीतम सिंह, मोहित सिंह, संदीप सिंह, पुष्पराज सिंह, मुकेश सिंह, सुनील कुमार सिंह, राजा सिंह, संतोष सिंह, मृत्युंजय सिंह, शनि सिंह, धर्मेंद्र सिंह आदि सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।