वाराणसी
महापौर अशोक तिवारी ने बाढ़ राहत पर नगर निगम अधिकारियों संग की आपात बैठक

वाराणसी। नगर निगम के सभागार में बुधवार को महापौर अशोक कुमार तिवारी की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें बाढ़ ग्रसित क्षेत्रों में जलस्तर कम होने के बाद की तत्काल कार्रवाई को लेकर चर्चा की गई। बैठक में महापौर ने निर्देश दिए कि जैसे-जैसे जिन क्षेत्रों में बाढ़ का पानी घट रहा है, वहां सफाई, चूना छिड़काव, एंटी लार्वा और फॉगिंग का कार्य दिन में तीन बार कराया जाए।
महापौर ने चारों विधानसभा क्षेत्रों — शिवपुर, उत्तरी, रोहनिया और कैंट के लिए संबंधित अपर नगर आयुक्तों को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। उन्हें अपने क्षेत्रों में नियमित भ्रमण कर सफाई, जल निकासी और छिड़काव कार्यों की निगरानी करने का निर्देश दिया गया है। नोडल अधिकारियों के साथ क्षेत्रीय अभियंता, स्वास्थ्य निरीक्षक, जलकल और मार्ग प्रकाश के अभियंता भी टीम में शामिल रहेंगे।
बैठक में यह भी तय किया गया कि जिन इलाकों में बाढ़ के कारण सीवर और पेयजल पाइपलाइनें प्रभावित हुई हैं, वहां महाप्रबंधक जलकल विशेष अभियान चलाकर उन्हें जल्द से जल्द दुरुस्त कराएं। महापौर ने आदेश दिया कि सभी अधिकारी व कर्मचारी अभियान के दौरान नगर निगम के निर्धारित ड्रेस कोड में ही कार्य करें।
राहत शिविरों के संचालन को लेकर महापौर ने निर्देश दिया कि सभी जोनल अधिकारी और क्षेत्रीय पार्षद मिलकर खाद्यान्न और भोजन का वितरण सुनिश्चित करें। नगर स्वास्थ्य अधिकारी को फटकार लगाते हुए उन्होंने कहा कि कूड़ा गाड़ियों को ढंक कर ही प्लांट तक पहुंचाया जाए, और भविष्य में ऐसी लापरवाही न हो।
रामनगर क्षेत्र में एक सीमेंट सड़क निर्माण में घटिया सामग्री के उपयोग पर महापौर ने कड़ी प्रतिक्रिया दी और मुख्य अभियंता को निर्देश दिया कि संबंधित सहायक व अवर अभियंता से स्पष्टीकरण प्राप्त किया जाए।
इस बैठक में अपर नगर आयुक्त सविता यादव, संगम लाल, सुभाष सिंह, विनोद कुमार गुप्ता, संयुक्त नगर आयुक्त कृष्ण चंद्र, जितेंद्र कुमार आनंद, सहायक नगर आयुक्त मृत्युंजय नारायण मिश्र, इंद्र विजय सिंह यादव, मुख्य अभियंता आर.के. सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.के. चौधरी, पशु कल्याण अधिकारी डॉ. संतोष पाल, जोनल स्वच्छता अधिकारी रवि चंद्र निरंजन और पीआरओ संदीप श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।